बारिश ने खोली पोल, सड़क डोभा में तब्दील

बोआरीजोर : प्रखंड क्षेत्र में सोमवार को हुई झमाझम बारिश से सड़कों पर पानी भर गया है. लोहंडिया बाजार में बारिश के पानी से सड़क डोभा के रूप में तब्दील हो गया है. ग्रामीण प्रदीप कुमार, मनोज कुमार मुन्ना, सुमित आदि ने कहा कि इस मार्ग में कई जगह दो से से तीन फीट गड्ढा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 3, 2018 5:01 AM

बोआरीजोर : प्रखंड क्षेत्र में सोमवार को हुई झमाझम बारिश से सड़कों पर पानी भर गया है. लोहंडिया बाजार में बारिश के पानी से सड़क डोभा के रूप में तब्दील हो गया है. ग्रामीण प्रदीप कुमार, मनोज कुमार मुन्ना, सुमित आदि ने कहा कि इस मार्ग में कई जगह दो से से तीन फीट गड्ढा है. बड़े-बड़े वाहनों का आवागमन होता है.

यह सड़क राजमहल परियोजना क्षेत्र में आता है. कई बार सड़क निर्माण के लिए आंदोलन भी किया गया. परियोजना प्रबंधन के द्वारा जल्द सड़क बनाने का सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता है. छोटी-मोटी दुर्घटना अक्सर होते रहता है. ग्रामीणों को आने-जाने में भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हल्की बारिश में ही पूरा सड़क डोभा के रूप में तब्दील हो जाता है. ग्रामीणों ने जल्द से जल्द सड़क निर्माण कराने की मांग की है. ताकि प्रखंड मुख्यालय एवं जिला मुख्यालय जाने में लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े.

मरीजों को नहीं मिल रही सुविधाएं
मीडिया कर्मियों की पहल पर वार्ड ब्वॉय ने स्ट्रेचर लाकर उठाया शव
सोमवार को ही एक रिक्शा चालक की मौत होने पर अस्पताल में शव को ऑटो से पहुंचाया गया. शव को पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाने में कोई आगे नहीं आया. मीडिया कर्मियों के पहल पर बाद में सुपरवाइजर प्रवीण कुमार के निर्देश वार्ड ब्वॉय के द्वारा रिक्शा चालक का शव स्ट्रेचर पर लाद कर पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाया गया.
एक प्रसूता को ब्लड चढ़ाने के लिए दो घंटे करना पड़ा इंतजार : सोमवार को महिला वार्ड में प्रसव के इंतजार में एक प्रसूता को रक्त चढ़ाने के लिए चिकित्सक ने निर्देश दिया, लेकिन दो घंटे तक प्रसूता को ब्लड नहीं चढ़ाया गया. ब्लड स्टोरेज यूनिट में प्रतिनियुक्त कर्मी ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ दिया कि ब्लड उपलब्ध कराना उनका काम है, न की मरीज को ब्लड चढ़ाना. बाद में ए ग्रेड नर्स के आने पर मरीज को रक्त चढ़ाया गया.
‘ मंगलवार को सदर अस्पताल का निरीक्षण किया जायेगा. मामले की पूरी तरह से जांच की जायेगी. व्यवस्था में कहां चुक रही है, इसे देखा जायेगा. डीएस से सभी मसलों पर गहन चिंतन कर व्यवस्था को ठीक कराने का प्रयास किया जायेगा. अल्ट्रासाउंड कार्य व ओपीडी सात में चिकित्सक कार्य करेंगे.”
– डॉ बनदेवी झा, सीएस गोड्डा.

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