जनवरी”19 से गोड्डा-हंसडीहा रेललाइन पर दौड़ेगी ट्रेन

सांसद डॉ निशिकांत ने रेलवे सेंट्रल टीम के साथ लिया प्रगति का जायजा गोड्डा/हंसडीहा : गोड्डा-हंसडीहा रेल लाइन परियोजना कम समय में पूरी होनेवाली परियोजना होगी. नये एमओयू के तहत इस परियोजना को मार्च 2020 तक पूरी होनी थी. लेकिन, जनवरी 2019 तक पूरी कर लिये जाने की संभावना है. मंगलवार को सांसद डॉ निशिकांत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2018 4:11 AM

सांसद डॉ निशिकांत ने रेलवे सेंट्रल टीम के साथ लिया प्रगति का जायजा

गोड्डा/हंसडीहा : गोड्डा-हंसडीहा रेल लाइन परियोजना कम समय में पूरी होनेवाली परियोजना होगी. नये एमओयू के तहत इस परियोजना को मार्च 2020 तक पूरी होनी थी. लेकिन, जनवरी 2019 तक पूरी कर लिये जाने की संभावना है. मंगलवार को सांसद डॉ निशिकांत दुबे के साथ रेलवे सेंट्रल टीम के अधिकारियों में डायरेक्टर एस सी जैन, सीएओ सुधीर अग्रवाल, डिप्टी चीफ इंजीनियर राजीव गुप्ता व बीके त्रिपाठी आदि ने हंसडीहा-गोड्डा रेलवे लाइन निर्माण की प्रगति का जायजा लिया. 32.25 किमी के दूरी पर बिछने वाली रेलवे पटरी के लिए बनने वाली पुल-पुलिया की प्रगति व नवनीतम जानकारियों से अवगत हुए. सभी ने हंसडीहा के बाद सकरी, फुलवार, पोड़ैयाहाट, सुगाबथान के पास बन रहे रेलवे ओवरब्रिज व ट्रैक का मुआयना किया. इस दौरान डायरेक्टर श्री जैन ने बताया कि
जनवरी’19 से गोड्डा-हंसडीहा रेल लाइन…
32.25 किमी की इस रेलवे ट्रैक में कुल सात बड़े ब्रिज, 55 छोटे ब्रिज व 10 रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है. पोड़ैयाहाट के पास के 22वें नंबर मेजर ब्रीज के निरीक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि इस स्थान पर काम कराने में रेलवे को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इस जगह पर केवल पत्थर व पहाड़ है. बावजूद जिस तरह से काम किया जा रहा है दिसंबर माह में पूरा कर लिया जायेगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि हर हाल में जनवरी माह में हंसडीहा से गोड्डा के बीच रेल की परिचालन शुरू हो जायेगी. हालांकि वन विभाग से क्लियरेंस नहीं मिलने की वजह से 09वें किलोमीटर का कार्य ब्रेक है. बारिश के कारण ब्रिज संख्या चार का काम भी धीरे-धीरे चल रहा है.
चार फेज में हुआ था टेंडर
एससी जैन ने बताया कि गंगवारा व पोड़ैयाहाट के बीच चामुडीह के पास एक लाख क्यूबिक मीटर राॅक कटिंग का काम कराया जा रहा है. रेलवे की ओर से कार्य के लिये चार फेज में टेंडर किया गया है. इस कारण काम तेजी से हो रही है. यह देश भर में यह पहली रेल परियोजना होगी जो कम समय में बनकर तैयार हो जायेगी. उन्होंने इसके लिए गोड्डा सांसद की पहल की सराहना की.
पोड़ैयाहाट-कठौन के बीच तीन बड़े पुल
श्री जैन के अनुसार, पोड़ैयाहाट-कठौन के बीच तीन बड़े रेलवे ब्रिज बनाया जा रहा है. पोड़ैयाहाट के अमुवार, सिंघाड़ा चौक के आरओबी कार्य की प्रगति को भी देखा तथा सुगाबथान के पास रेलवे पुलिया व रेलवे ट्रैक की ग्रास-पीचिंग की भी जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान सांसद निशिकांत पदाधिकारियों के साथ गोड्डा-भागलपुर मुख्य मार्ग रामनगर के पास बने रेलवे स्टेशन के गेस्ट हाउस में कुछ देर आराम किया. यह गेस्ट हाउस मात्र तीन माह में बन कर तैयार हो गया है. इस दौरान मुख्य रूप से हरदेव सिंह कस्ट्रेक्शन के संवदेक अवतार सिंह, रिंकु सिंह, भाजपा नेता नरेंद्र चौबे, देवेंद्र नाथ सिंह, डब्ल्यू भगत, देवता पांडेय, कृष्ण कन्हैया, शिवेश वर्मा सहित दर्जनों लोग साथ चल रहे थे.
हंसडीहा-गोड्डा के बीच 32.25 किलोमीटर तक बिछेगी नयी रेल लाइन, गोड्डा व पौड़ैयाहाट होंगे बड़ा स्टेशन, दो हॉल्ट भी बनेगा
सांसद डॉ निशिकांत के साथ रेलवे बोर्ड के निदेशक एससी जैन, सीएओ सुधीर अग्रवाल, डिप्टी चीफ इंजीनियर राजीव गुप्ता व बीके त्रिपाठी ने किया निरीक्षण
फैक्ट फाइल
सात बड़े पुल, 55 पुलिया व 10 आरओबी बनेंगे
गोड्डा जिले में 957 एकड़ व दुमका जिले में 25 एकड़ जमीन का किया गया है अधिग्रहण
मिट्टी वर्क व ब्लास्टिंग का 80 फीसदी कार्य हो चुका है पूरा
मैंने पहले ही घोषणा की थी कि जनवरी में हर हाल में पटरी पर रेल दौड़ेगी और गोड्डा पहुंचेगी. प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, रेलवे मंत्री, विभाग के चेयरमैन के लगातार प्रयास का नतीजा है कि कम समय में यह ट्रैक बनकर तैयार हो रहा है. मैंने तो केवल एक प्रवक्ता के तौर पर इस परियोजना के बारे में कहा था. उद्घाटन के समय सभी पूर्व सांसदों को आमंत्रित करूंगा और उन्हें उपस्थित रहने को कहूंगा.”
– डॉ निशिकांत दूबे, सांसद गोड्डा.
नये एमओयू के तहत मार्च 2020 तक पूरा करना है कार्य
हंसडीहा-गोड्डा नयी रेल लाइन का एमओयू दो बार हो चुका है. पहली एमओयू के तहत इस प्रोजेक्ट पर 14 फरवरी 2012 में काम शुरू हुआ था. उस वक्त इसकी लागत 267.09 करोड़ थी और निर्माण कार्य को 31 मार्च 2016 तक पूरा करना था. लेकिन समय पर काम पूरा नहीं होने की वजह से राज्य सरकार ने 11 नवंबर 2016 को दोबारा रेल मंत्रालय के साथ एमओयू किया. नये एमओयू के तहत योजना की लागत बढ़ कर 542.18 करोड़ रुपये हो गयी. इस एमओयू के तहत कार्य को मार्च 2020 तक पूरा करना है.

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