लोगों पर केंद्रित हो विकास
गोड्डा : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को संताल परगना क्षेत्र के पहले पावर प्लांट की आधारशिला रखी. गोड्डा के वारिशटांड में जिंदल स्टील एंड पावर प्लांट 1320 मेगावाट का पावर प्लांट लगा रहा है. राष्ट्रपति ने गोड्डा में मेगा हैंडलूम कलस्टर का शिलान्यास किया. इससे 27 हजार बुनकरों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने गोड्डा में […]
गोड्डा : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को संताल परगना क्षेत्र के पहले पावर प्लांट की आधारशिला रखी. गोड्डा के वारिशटांड में जिंदल स्टील एंड पावर प्लांट 1320 मेगावाट का पावर प्लांट लगा रहा है.
राष्ट्रपति ने गोड्डा में मेगा हैंडलूम कलस्टर का शिलान्यास किया. इससे 27 हजार बुनकरों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने गोड्डा में ही मॉडल कॉलेज और पोलिटेक्निक कॉलेज की आधारशिला रखी.
उद्योग का लाभ आम आदमी को मिले : पावर प्लांट के शिलान्यास के दौरान राष्ट्रपति ने कहा : औद्योगिक विकास आम आदमी व स्थानीय लोगों पर केंद्रित होना चाहिए. उद्योग लगे, तो इसका लाभ आम आदमी को भी मिलना चाहिए. उन्होंने कहा : लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि पहले मेरी जमीन गयी.
वहां से आप बिजली उत्पादन कर रहे हैं, लेकिन वह बिजली मेरे घर में नहीं आ रही है, दूसरे घर में जा रही है, तो मुङो क्या फायदा. मैं मानता हूं कि आज भी शहर में छह प्रतिशत और गांव में 30 प्रतिशत कम बिजली पहुंचती है. इस कमी को पूरा करने के लिए बिजली उत्पादकता जरूरी है.
उन्होंने कहा : यह भी देखना है कि जिस इलाके में उत्पादन को रहा है, वहां के आसपास के गांव में बिजली पहुंचे. बिजली आज की जरूरत है. हर क्षेत्र में बिजली की जरूरत है. बिजली के उत्पादन का सीधा प्रभाव देश व अर्थव्यवस्था पर पड़ता है.
शिक्षित और प्रशिक्षित बने युवा
राष्ट्रपति ने कहा : 2020 में भारत में औसतन आयु वर्ग 29 वर्ष होगी. अमेरिका में 41 वर्ष और जापान में 46 वर्ष. यानी भारत युवाओं का देश होगा. देश की जवाबदेही युवाओं पर होगी. युवाओं को स्कील्ड बनाने के लिए राजनीति से उठ कर सबको सोचना है. वर्तमान में जो शिक्षा पाते हैं, उनमें 20 से 25 फीसदी को ही नौकरी मिल पाती है.
सभी को काम मिले, इसके लिए स्कील्ड डेवलपमेंट जरूरी है. क्षमता बढ़ाने के लिए मॉडल कॉलेज लाया गया, जहां शिक्षा के साथ-साथ प्रशिक्षण भी है.
तकनीकी विकास ही देश आगे जायेगा
उन्होंने कहा : 12 वीं पंचवर्षीय योजना का मूल लक्ष्य है नॉलेज बेस्ड सोसाइटी बनाना. दुनिया आगे बढ़ रही है. भारत को भी इसमें शामिल होना होगा. दुनिया में जो कुछ भी हो रहा है, उसका असर आम लोगों तक भी पड़ेगा. राष्ट्रपति ने कहा : पेट्रोलियम उत्पादक देशों में जब पेट्रोल कम होने लगेगा, तो दाम बढ़ा देंगे. इस देश में 30 प्रतिशत से भी कम पेट्रोल का उत्पादन होता है.
तब तेल कहां से आयेगा. अब समय है कि दूसरे देशों के साथ संपर्क बढ़ाते हुए अपने देश को कैसे आगे बढ़ाया जाये, इस पर सोचने की. तकनीकी विकास ही देश को आगे ले जा सकती है. इसलिए देश को पढ़े-लिखे और प्रशिक्षित नौजवान की जरूरत है. यह पूरे देश का सवाल है, राजनीति से ऊपर उठ कर इस पर सोचना होगा. उन्होंने कहा : देश में मजबूत लोकतंत्र बनाने का काम यहां के लोगों ने किया.
लोग किसी को भी पीएम या सीएम बना सकते हैं. किसी भी दल को सत्ता में बैठा सकते हैं. राष्ट्रपति ने अपने वित्त मंत्री के कार्यकाल को याद करते हुए कहा : जब वित्त मंत्री था, तब देखा तंतुवा (बुनकर) भाई की आर्थिक स्थिति कमजोर है. जितने लोग देश में खेती करते हैं, उससे कुछ कम लोग ही हैंडलूम से जुड़े हैं.
उनका उत्पादन हर जगह बिक नहीं सकता. इसलिए मेगा कलस्टर की योजना बनायी. भारत में 20 मेगा कलस्टर की योजना बनायी गयी. निशिकांत दुबे को दोस्त संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा : उन्होंने ही गोड्डा में एक प्रोजेक्ट देने की बात कही थी. तब यह योजना यहां मिली.
झारखंड की गिनती अगली कतार में होगी : राज्यपाल
राज्यपाल डॉ सैयद अहमद ने कहा : राज्य सरकार का सपना है कि झारखंड की गिनती देश की अगली कतार में हो. राज्य की प्रगति में उद्योगों की अहम भूमिका होती है. इसके लिए बिजली की जरूरत है. बिजली की उपलब्धता से छोटे व मंझौले उद्योगों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा. मेगा कलस्टर बनने से 25 हजार से अधिक बुनकरों को लाभ मिलेगा. राज्यपाल ने कहा कि राज्य के समक्ष कई चुनौतियां हैं. पर इसे पूरा करते हुए राज्य को आगे ले जाना है.
संताल के विकास में सहायक होगा पावर प्लांट : नवीन जिंदल
जेएसपीएल के अध्यक्ष नवीन जिंदल ने कहा : यह पावर प्लांट न केवल देश की बल्कि, संताल-परगना के विकास में सहायक होगा. लोगों के साथ कंपनी इस क्षेत्र में विकास का मार्ग प्रशस्त करेगी. साढ़े तीन साल में पावर प्लांट बन कर तैयार हो जायेगा. उन्होंने कहा : कंपनी के साथ-साथ इस क्षेत्र के विकास में भी हम भागीदारी निभायेंगे.
इसी कड़ी में फोर्टिस अस्पताल के साथ करार किया गया है. यहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. सड़क, स्कूल, कॉलेज की सुविधा भी होगी. स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने का काम भी किया जायेगा. लोगों ने यहां स्वेच्छा से जमीन दी है.
देवीधन ने उठायी माइंस की समस्या
राजमहल के सांसद देवीधन बेसरा ने राजमहल कोलियरी की समस्या उठायी. उन्होंने कहा : यहां एसपीटी एक्ट लागू है. जमीन को गड्ढा बना कर छोड़ दिया गया है. विस्थापितों को यह जमीन दोबारा मिलनी चाहिए. मसान जोर डैम 1956 में बना 144 गांव डूब गये. लोग भीख मांग रहे हैं.
जिंदल को यह देखना चाहिए कि कोयला लोगों का है, जमीन उनकी है, तो बिजली भी उन्हें ही मिलनी चाहिए. गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा : इस क्षेत्र में जो योजना आयी है, वह राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की देन है. उन्होंने वित्त मंत्री रहते हुए यह सब किया था. यही वजह है कि उन्हें ही खासतौर पर यहां आने का आग्रह किया गया था.
मंच पर ये भी थे मौजूद
मंच पर सांसद सुबोधकांत सहाय, विधायक हेमलाल मुरमू, संजय यादव, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी उपस्थित थे. मुख्य सचिव आरएस शर्मा ने स्वागत भाषण दिया व आयुक्त अशोक मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.
ये भी थे मौजूद
राज्यपाल के सलाहकार मधुकर गुप्ता, के विजय कुमार, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव विमल कीर्ति सिंह, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव विनोद अग्रवाल, शिक्षा सचिव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप बलमुचु, विधायक मथुरा महतो समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
– सुनील चौधरी –