ओके::फ्लैग-पेयजल को तरस रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चे

-पानी के अभाव में केंद्र संचालन पर पड़ रहा प्रभाव-बच्चों को पानी के लिये जाना पड़ता है गांवप्रतिनिधि, ठाकुरगंगटीप्रखंड के 146 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 10 आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को पेयजल की सुविधा नहीं मिल रही है. बच्चों को पानी के लिए गांव जाना पड़ता है. 10 आंगनबाड़ी केंद्रों के चापानल महीनों से खराब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2014 1:02 AM

-पानी के अभाव में केंद्र संचालन पर पड़ रहा प्रभाव-बच्चों को पानी के लिये जाना पड़ता है गांवप्रतिनिधि, ठाकुरगंगटीप्रखंड के 146 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 10 आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को पेयजल की सुविधा नहीं मिल रही है. बच्चों को पानी के लिए गांव जाना पड़ता है. 10 आंगनबाड़ी केंद्रों के चापानल महीनों से खराब हैं. जिनमें प्रखंड के बनियाडिह पूर्वी, खानिचक, श्यामचक, खरखोदिया द्वितीय, दालन, नवाडिह मंडल टोला, सुजानकिता, बिराहिलकिता, महुआरा एवं जमड़ा आंगनबाड़ी केंद्र के चापानल तीन माह से खराब हैं. केंद्र का संचालन पानी के अभाव में ठीक-ठाक से नहीं चल रहा है. सेविकाओं ने खराब चापानलों को ठीक कराने के लिए मुखिया को दर्जनों बार कहा. लेकिन किसी ने भी इसकी सुधि नहीं ली. इस बाबत विभाग की पर्यवेक्षिका को भी कई बार कहा गया. लेकिन नतीजा सिफर रहा.क्या कहती है आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका विभाग को पत्र प्रेषित किया है. प्रखंड स्तर पर चापानलों की मरम्मत का कोई फंड नहीं है. पंचायत स्तर पर मुखिया एवं जल सहिया को खराब चापानलों की मरम्मत करनी पड़ती है. लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों ने भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया. तृप्ति कुमारी, आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका———————————————————————तसवीर: 50 खराब चापानल

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