महगामा : ऊर्जानगर के अस्पताल में काफी प्रयासों के बावजूद कु व्यवस्था का आलम नहीं थम रहा है. परियोजना कर्मियों सहित आसपास के लोगों को चिकित्सा लाभ देने के लिए 25 वर्ष पूर्व राजमहल परियोजना अस्पताल की स्थापना हुई थी. लेकिन इतने दिनों के बाद भी अस्पताल की स्थिति में सुधार नहीं हुआ.
रोगी बाहृयमणि मांझी, सोना मांझी, रीता सोरेन, एसटी मंडल, देवप्रिया चक्रवर्ती आदि ने बताया कि अस्पताल में मीनू के आधार पर ना नास्ता मिलता है ना खाना. ऐसा करीब चार महीनों से हो रहा है.
इस कारण मरीजों में अस्पताल प्रबंधक के खिलाफ आक्रोश है. अस्पताल प्रबंधक डॉ यूके चौधरी ने बताया कि मरीजों को प्रतिदिन नास्ता में चाय, बिस्कुट या ब्रेड तथा खाना में दाल, भात, हरी सब्जी, रात्रि में अंडा, दूध देने का प्रावधान है. ऐसा नहीं करने पर संवेदक पर उचित कार्रवाई की जायेगी.