छाया रहा सुखाड़ का मुद्दा

हंगामेदार रही जिला परिषद की मासिक बैठक गोड्डा : जिले के किसान सुखाड़ से प्रभावित हैं. उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति है. खेतों में लगे धान के बिचड़े पानी के अभाव में जल रहे हैं. इस मुद्दे पर सभी जिप सदस्य एकमत हो गये और जिले को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की मांग की. गुरुवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2013 4:03 AM

हंगामेदार रही जिला परिषद की मासिक बैठक

गोड्डा : जिले के किसान सुखाड़ से प्रभावित हैं. उनके समक्ष भुखमरी की स्थिति है. खेतों में लगे धान के बिचड़े पानी के अभाव में जल रहे हैं. इस मुद्दे पर सभी जिप सदस्य एकमत हो गये और जिले को सुखाड़ क्षेत्र घोषित करने की मांग की.

गुरुवार को डीआरडीए सभागार में जिला परिषद की आयोजित मासिक बैठक में जिप अध्यक्ष कल्पना देवी ने सुखाड़ के मुद्दे पर मुहर लगा दी. डीडीसी सह सचिव देवेंद्र भूषण सिंह ने कृषि विभाग को इस संबंध में रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा.

सदस्यों की ओर से पेयजल विभाग पीडब्ल्यूडी विभाग की समीक्षा कर दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग अध्यक्ष से की. पेयजल विभाग की गलतियों को गिनाते हुए सदस्यों ने विभाग के क्रियाकलाप पर आपत्ति जताया. प्रखंड में खराब चापानल मरम्मती के नाम पर मची लूट की बात कही. कहा कि पुराने सभी चापानल रिपेयरिंग के अभाव में बरबाद हो रहे हैं.

प्राक्कलन जांच की मांग जोरों पर

महगामा, बसंतराय, पथरगामा में 40 लाख के बदले विभाग द्वारा 1.40 करोड़ के प्राक्कलन बनाकर टेंडर में पीएचइडी विभाग द्वारा भेजे जाने के मामले को रखते हुए जांच की मांग की. प्रतिनिधियों ने 60 फीट की जगह 50 फीट पाइप बोरिंग भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है.

बड़े पाइप की जगह हल्की पाइप का प्रयोग किये जाने की बात कही. अध्यक्ष ने अभियंता को मामले में लापरवाही बरते जाने का आरोप लगाया. इस पर अध्यक्षा डीडीसी ने कमेटी बनाकर जांच करने का निर्देश दिया है.

बैठक में सदस्यों के बीच पीडब्ल्यूडी विभाग के कार्यपालक अभियंता अजय कुमार गुप्ता उपस्थित नहीं थे, बताया गया कि उनपर मामला दर्ज है. सदस्यों ने अविलंब गिरफ्तारी की मांग की.

देवदांड़ सरौनी को प्रखंड बनाने की मांग

बैठक में पर बहस के दौरान करते हुए जिप सदस्य ओम प्रकाश बरई ने देवदांड के साथ सरौनी, राजा भिट्ठा तथा दांडे को भी प्रांड बानाने का प्रस्ताव रखा, मामले को प्रसताव में लेकर सरकार को भेजे जाने पर सहमति बनी.

डीपीआरओ साहब, धरातल पर दिखनी चाहिए काम

बीआरजीएफ की योजनाओं के चयन को लेकर डीपीआरओ उमेश प्रसाद सिंह के ओर से दिये गये हवाला पर अध्यक्ष ने दो टूक शब्दों में कहा कि डीपीआरओ साहब सिर्फ कायदा कानून से बैठक नहीं होती है प्रैक्टिकल की जरूरत है, उस पर काम करायें.

बैठक में 11 सदस्य थे नदारद

18 निर्वाचित सदस्यों में अध्यक्ष उपाध्यक्ष समेत कुल सात सदस्य ही उपस्थित हुए. जबकि अन्य अनुपस्थित रहे. इसमें रमा रमण झा, सियाराम भगत, नीलमणि मुमरू, सीमोन मरांडी, बेलाबसंत बेसरा, सुनीता कुंवर सिंह, बब्लू हांसदा, देवेंद्र माहतो, सुरजी पहाड़िन, सुमित्र देवी आदि शामिल हैं.

सुखाड़ की मांग पर एक हुए सदस्य

जिले में अनावृष्टि के कारण अब तक धान की खेती नहीं होने का मामला उठाया. इस मामले को जिप उपाध्यक्ष अशोक साह द्वारा उठाये जाने पर सदस्य ओम प्रकाश बरई ने भी समर्थन दिया. श्री साह ने कहा कि जिले के हालात कुछ इस कदर है कि किसान लगातार चार वर्ष से सुखाड़ की मार झेल रहे हैं.

इसीएल भी अपने वादे के मुताबिक खदान का पानी भी नही छोड़ रही है. खेतों में लगा बीज जल रहा है, मगर अब तक सरकार क्या पदाधिकारी को भी इस बात की चिंता नहीं है. सदस्यों ने किसानों के ऋण मांफी की मांग की.

बगैर अनुमति के काटे गये बंका विद्यालय के 50 पेड़

सदस्य ओम प्रकाश बरई ने सदर प्रखंड के बंका उत्क्रमित उच्च विद्यालय भवन निर्माण के दौरान परिसर में लगे 50 वृक्ष काटे जाने का मामला उठाया. डीडीसी द्वारा मामले की छानबीन किये जाने पर डीइओ शिवचरण मरांडी ने पेड़ काटे जाने की बात स्वीकार की. डीइओ ने कहा कि ग्राशिस सदस्यों ने सभी पेड़ को अपने संरक्षण में रखकर विद्यालय के लिए फर्नीचर बनाने की बात कही.

इस पर डीडीसी श्री सिंह ने कहा कि यह गैर कानूनी है. इस पर डीइओ ने कहा कि मामले की जानकारी विधायक हेमलाल मुमरू के संज्ञान में भी है. डीइओ ने सभी पेड़ कहां है इस बारे में जानकारी लेने पर डीडीसी को आश्वसत किया.

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