बंध्याकरण के बाद महिलाओं को फर्श पर लिटाया

परिजनों में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ रोष महगामा : महगामा रेफरल अस्पताल में शुक्रवार को बंध्याकरण के बाद महिलाओं को फर्श पर ही लिटा दिया गया. अक्सर अस्पताल प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरती जाती है. जानकारी के अनुसार डॉ प्रभा रानी ने शुक्रवार को करीब 21 महिलाओं का बंध्याकरण किया था. बंध्याकरण के बाद महिलाओं को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2015 12:32 PM
परिजनों में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ रोष
महगामा : महगामा रेफरल अस्पताल में शुक्रवार को बंध्याकरण के बाद महिलाओं को फर्श पर ही लिटा दिया गया. अक्सर अस्पताल प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरती जाती है. जानकारी के अनुसार डॉ प्रभा रानी ने शुक्रवार को करीब 21 महिलाओं का बंध्याकरण किया था.
बंध्याकरण के बाद महिलाओं को बेड पर लिटाने के बजाय फर्श पर ही लिटा दिया गया. रेफरल अस्पताल परिसर के ओपेन कंट्रोल रूम के इलेक्ट्रीक बोर्ड के समीप महिलाओं को लिटाया गया था. इसको लेकर महिलाओं के परिजनों में काफी रोष है. परिजनों का आरोप है कि बंध्याकरण के बाद महिलाओं क ो अस्पताल प्रबंधन की ओर से मिलने वाली सुविधाएं नहीं दी जा रही है. अस्पताल में बेड खाली होने के बावजूद महिलाओं को फर्श पर लिटा दिया गया.
इन महिलाओं का हुआ बंध्याकरण
फैमिली प्लानिंग के तहत शुक्रवार को छोटी देवी, बुलबुल देवी, पक्कू मरांडी, अनिता मरांडी, किरण देवी, मीरा देवी, गीता देवी, होलो देवी, अंजू देवी, न्योति देवी, सोनी देवी, पिंकी देवी, कल्पना देवी आदि का बंध्याकरण किया गया.
लक्ष्य पूरा करने के नाम पर भारी लापरवाही
लक्ष्य पूरा करने को लेकर विभागीय स्तर पर मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. अस्पताल में संसाधनों का अभाव होने के बाद भी बंध्याकरण किया गया. मरीज के परोजनों ने अरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से मरीज की जान जा सकती थी.
रेफरल अस्पताल में सुविधाओं का टोटा
अस्पताल में सुविधाओं का भी घोर अभाव है. न मरिज को पूरी दवाई मिल रही है और न ही पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं ही. जिससे मरीजों के परिजन को हमेसा अनहोनी का डर सताते रहता है. अस्पताल प्रशासन भी संजिदा नहीं है.

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