दो दिवसीय जिला संतमत सत्संग का वार्षिक अधिवेशन का समापन
तस्वीर: 02 प्रवचन कर्ता स्वामी चतुरानंद जी महाराज, 03 प्रवचन सुनते श्रोताप्रतिनिधि, पथरगामागांधी ग्राम में दो दिवसीय जिला संतमत सत्संग का 67वां वार्षिक अधिवेशन का समापन गुरुवार को हो गया. प्रवचनकर्ता स्वामी चतुरानंद जी महाराज ने कहा कि गुरु के बिना ज्ञान नहीं होता. गुरु के पास जाने से परमात्मा का साक्षात्कार होता है. सत्संग […]
तस्वीर: 02 प्रवचन कर्ता स्वामी चतुरानंद जी महाराज, 03 प्रवचन सुनते श्रोताप्रतिनिधि, पथरगामागांधी ग्राम में दो दिवसीय जिला संतमत सत्संग का 67वां वार्षिक अधिवेशन का समापन गुरुवार को हो गया. प्रवचनकर्ता स्वामी चतुरानंद जी महाराज ने कहा कि गुरु के बिना ज्ञान नहीं होता. गुरु के पास जाने से परमात्मा का साक्षात्कार होता है. सत्संग ज्ञान यज्ञ है, इससे दुखों का अंत होता है. संत व संसार के लोग अलग-अलग होते हैं. दोनों मार्ग भी अलग होते है. जैसे दृष्टि होती है, ठीक उसी प्रकार सृष्टि भी होती है.विदाई समारोह में हुई विदाईप्रवचनकर्ता चतुरानंद जी महाराज के प्रवचन के बाद विदाई समारोह का आयोजन कर समिति सदस्यों व ग्रामीणों ने स्वामी चतुरानंद जी महाराज व अन्य दो विद्वानों को सम्मान पूर्वक विदाई दी गयी. इस दौरान छात्रा रक्षिता, प्रमीला, मुन्नी, रूकमनी, गायत्री ने विदाई गीत प्रस्तुत किया.भंडारा में शामिल हुए श्रद्धालुदो दिवसीय अधिवेशन में समिति की ओर से भंडारा का आयोजन किया गया. भंडारा में प्रवचन सुनने आये श्रद्धालु शामिल हुए. वहीं लोगों ने स्टॉल से सतमत सत्संग से जुड़ी पुस्तकों में रामायण,गीता, वेद, पुराण आदि किताब लिया.इस दौरान जिप सदस्य सियाराम भगत, प्रमुख अजय भगत, तिलो यादव, महेशकांत यादव, श्यामसंुदर,नवीन आदि मौजूद थे.