profilePicture

ओके::भटकी नील गाय पथरगामा के अंबा गांव पहुंची

-वन विभाग के पदाधिकारी पहुंचे-गाय का कराया इलाज -दो दिन बाद हजारीबाग अभ्यारण भेजी जायेगी गाय-ग्रामीणों में कौतूहलप्रतिनिधि, पथरगामा प्रखंड के अंबा गांव में बुधवार को नील गाय घुस आयी. ग्रामीणों की नजर उस वक्त नील गाय पर पड़ी जब वह तालाब अपनी प्यास बुझा रही थी. गाय चोटिल हालत में थी. ग्रामीणों ने गाय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2015 11:04 PM

-वन विभाग के पदाधिकारी पहुंचे-गाय का कराया इलाज -दो दिन बाद हजारीबाग अभ्यारण भेजी जायेगी गाय-ग्रामीणों में कौतूहलप्रतिनिधि, पथरगामा प्रखंड के अंबा गांव में बुधवार को नील गाय घुस आयी. ग्रामीणों की नजर उस वक्त नील गाय पर पड़ी जब वह तालाब अपनी प्यास बुझा रही थी. गाय चोटिल हालत में थी. ग्रामीणों ने गाय को पकड़ कर गांव के प्रदीप कुुंवर के घर में बांध दिया. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के पदाधिकारी पुरुषोत्तम कुमार पहुंचे और चोटिल गाय का इलाज कराया. जानकारी के अनुसार दोपहर के वक्त कुराबा के रास्ते से अंबा बहियार में भाग कर आयी भूरे रंग की नील गाय पर लोगों की नजर पड़ी. ऐसे जानवर को पहले ग्रामीणों ने नहीं देखा था. देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी. ग्रामीणों ने गाय को पकड़ कर पास के प्रदीप कुंवर के घर में बांध दिया. वन विभाग के पदाधिकारी ने अंदेशा जताया है कि यह नील गाय बिहार के पूर्णिया अथवा बांका की ओर से भटक कर आ गयी है. ” प्रजाति का नाम नील गाय है. यह झारखंड के पलामू सहित बिहार के पूर्णिया आदि कोसी नदी के इलाके में यह गाय ज्यादा पायी जाती है. वन विभाग तीन दिन तक नील गाय को अपने संरक्षण में रखेगा और उसके बाद हजारीबाग के अभ्यारण में भेज देगा.”-राम भरत, डीएफओ गोड्डा —————————————–तसवीर-20 में नील गाय को देखते लोग, 21 में घायल नील गाय

Next Article

Exit mobile version