ओके::ग्रामीणों ने अवैध ढंग से बालू उठाव का आरोप लगाया
डीसी से की शिकायतबालू उठाव पर रोक लगाने की मांग की प्रतिनिधि, गोड्डासदर प्रखंड के ढोढरी पंचायत में नियम कानून को ताक पर रख कर बालू का उठाव हो रहा है. ग्रामीणों ने डीसी से अवैध तरीके से बालू के उठाव पर रोक लगाने की मांग की है. ग्रामीणों ने इस बाबत उपायुक्त को लिखित […]
डीसी से की शिकायतबालू उठाव पर रोक लगाने की मांग की प्रतिनिधि, गोड्डासदर प्रखंड के ढोढरी पंचायत में नियम कानून को ताक पर रख कर बालू का उठाव हो रहा है. ग्रामीणों ने डीसी से अवैध तरीके से बालू के उठाव पर रोक लगाने की मांग की है. ग्रामीणों ने इस बाबत उपायुक्त को लिखित आवेदन भी दिया है. दिये गये आवेदन में ग्रामीणों ने किसानों के हितों की अनदेखी कर मुखिया व खनन विभाग की मिलीभगत से बालू का गलत ढंग से उठाव पर रोक लगाने की मांग की है. ग्रामीणों ने आवेदन में उल्लेख किया है कि पंचायत में पहले से ही पेयजल व सिंचाई की व्यवस्था चौपट है. जिसके कारण जल स्तर नीचे गिर रहा है. वहीं बालू घाटों से बालू का उठाव हो रहा है. वहीं मुखिया के चलान को लेकर भी सवाल खड़े किये हैं. लिखा है कि सरकार द्वारा निर्देश पत्र में इस बात का उल्लेख नहीं किया गया है कि मुखिया ही बालू से संबंधित चलान काटेंगे. मुखिया को संचालन का भार देक र बालू उठाव का जिम्मा सौंप दिया गया है. जबकि पत्र में ग्राम पंचायत कार्यकारिणी सदस्यों की सहमति के बाद निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है. ग्रामीणों ने कहा कि मुखिया मनमानी कर बालू का उठाव करवा रहे हैं. इसके बारे में पंचायत स्तर पर सामूहिक ढंग से कोई निर्णय नहीं लिया गया था…………………………………………………….” संबंधित बालू घाटों से बालू के उठाव पर उपायुक्त के आदेश के बाद ही मुखिया को तात्कालिक व्यवस्था के तहत उठाव का निर्देश दिया गया है. उठाव से 105 रुपया सरकारी राजस्व के रूप में संग्रहण किया जा रहा है. वहीं बची राशि को मुखिया द्वारा पंचायत में विकास कार्यों को संचालित करने का अधिकार दिया गया है.”-रत्नेश चंद्र वर्णवाल,सहायक जिला खनन पदाधिकारी