ओके::सबसे बढ़ कर है आत्मा का ज्ञान : स्वामी विवेकानंद
नगर प्रतिनिधि, गोड्डा शहर के मेला मैदान में तीन दिवसीय संतमत सत्संग के दूसरे दिन रविवार को श्रद्धालुओं को प्रवचन का अमृतपान कराया गया. कथावाचक डॉ स्वामी विवेकानंद जी महाराजने कहा कि आत्मा का ज्ञान सबसे बढ़ कर है. इस ज्ञान को प्राप्त कर लेने पर कोई ज्ञान बाकी नहीं रहता है. लोग संसार के […]
नगर प्रतिनिधि, गोड्डा शहर के मेला मैदान में तीन दिवसीय संतमत सत्संग के दूसरे दिन रविवार को श्रद्धालुओं को प्रवचन का अमृतपान कराया गया. कथावाचक डॉ स्वामी विवेकानंद जी महाराजने कहा कि आत्मा का ज्ञान सबसे बढ़ कर है. इस ज्ञान को प्राप्त कर लेने पर कोई ज्ञान बाकी नहीं रहता है. लोग संसार के धन, वैभव में सुख ढ़ूंढते हैं. लेकिन यहां कोई सुखी नहीं है. हमारा भारत वर्ष महान है. यहां एक से बढ़ कर एक नारी का जन्म हुआ है. उन माताओं ने महान तपस्वी पुत्र देकर संसार पर उपकार किया है. सत्संग के दौरान एक से बढ़ कर एक भजन की प्रस्तुति दी गयी. मौके पर गुरु शरण बाबा, स्वामी अनिलानंद बाबा, वासुदेव बाबा ने भी श्रद्धालुओं को प्रवचन का अमृतपान कराया. इस दौरान दीपनारायण साह, ओमप्रकाश मंडल, रामानंद गुप्त, भेदानंद ठाकुर, धनेश्वर पंडित, धनेश्वर कवि, घनश्याम वैद्य, विवेकानंद ठाकुर, सुरजीत झा, दीनानाथ झा आदि मौजूद थे.——————————————————————-तस्वीर: 17 भजन प्रस्तुत करते, 18 उपस्थित श्रद्धालुओं की भीड़