दो गांवों के 37 ग्रामीण आक्रांत, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की जांच
बरसात शुरू होते ही आदिवासी गांवों में डायरिया ने पसारा पांव, ग्रामीण जागरूक नहीं
बोआरीजोर. बरसात शुरू होते ही डायरिया पीड़ितों की संख्या बढ़ने लगी है. प्रखंड के भलगोड़ा डुमरिया गांव में 22, महावारी बेड़ो गांव में 15 ग्रामीण डायरिया रोग से आक्रांत हो गये हैं. सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप कर पीड़ितों की जांच शुरू कर दी है. प्रभारी चिकित्सा प्राधिकारी सुनील कुमार किस्कू ने बताया कि दोनों गांवों में स्वास्थ्य विभाग के टीम के द्वारा कैंप लगाकर इलाज किया जा रहा है. कुछ मरीज को स्वास्थ्य केंद्र में भी लाकर इलाज हो रहा है. सभी खतरे से बाहर हैं. डायरिया पीड़ितों में धर्मी पहाड़ी, सुरजी पहाड़िन, मुन्ना पहाड़िया, बद्री पहाड़िया, ममीता पहाड़िया, गुलिया पहाड़िया, मैसी पहाड़िन, जतरा सुंदरा पहाड़िया, सुमित्रा मालतो, सुरजा मालतो, विष्णु मालतो, मैसी पहाड़िन, मदिया पहाड़िन, सोना पहाड़िन, जानी राम टुडू, जतन मरांडी, लक्ष्मी कुमारी, सलोनी किस्कू, फुल मुनी हांसदा, तन्नु कुमारी, चीना देवी, सुविता देवी, नोनीवाल देवी, मोहन कुमार दत्ता, सृष्टि मोदी आदि शामिल हैं. चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि गांव में साफ-सफाई व ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी किया जा रहा है. ताकि पीड़ितों की संख्या न बढ़ सके. सभी संक्रमित व्यक्ति आदिवासी व पहाड़िया समुदाय के हैं. ताजा भोजन व गर्म पानी पीने की सलाह दी गयी है. टीम में पूनम कुमारी, मुकेश कुमार, सुहागिनी मुर्मू, सरिता देवी शामिल थे.
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