50 हजार मिले आवास का मुआवजा
प्रदीप यादव पहुंचे तूफान पीड़ित ढोढरी पंचायत का जायजा लेने, कहा गोड्डा : पौड़ायाहाट विधायक सह झाविमो प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने शनिवार को प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सदर प्रखंड के दर्जनों गांवों का दौरा किया. इस दौरान श्री यादव किसानों से मिले और उनकी समस्याओं से अवगत हुए. इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा […]
प्रदीप यादव पहुंचे तूफान पीड़ित ढोढरी पंचायत का जायजा लेने, कहा
गोड्डा : पौड़ायाहाट विधायक सह झाविमो प्रधान महासचिव प्रदीप यादव ने शनिवार को प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सदर प्रखंड के दर्जनों गांवों का दौरा किया. इस दौरान श्री यादव किसानों से मिले और उनकी समस्याओं से अवगत हुए. इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जिला प्रशासन मुआवजा वितरण में लापरवाही बरत रहा है.
आयुक्त स्तर से सरकार को रिपोर्ट करनी चाहिए. ऐसे लोग जिनका आवास तूफान के कारण क्षतिग्रस्त या बरबाद हुआ है, उसे 50 हजार रुपये का मुआवजा मिलना चाहिए. फसल में रबी के साथ सब्जी, दलहन, तेलहन, मकई व आम की फसल के लिए अविलंब मुआवजा की राशि बढ़ायी जाये.
फोटो आधार नहीं, जमीनी जांच हो : श्री यादव ने कहा कि अब तक जिला प्रशासन द्वारा फोटाग्राफी के आधार पर मुआवजा का वितरण किया जा रहा है. यह कोई मापदंड नहीं है. बल्कि जमीनी जांच एक विशेष टीम के माध्यम से होनी चाहिए.
रांची में उठायेंगे मामला : श्री यादव ने कहा कि सात अप्रैल को रांची में आहूत सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव व सीपी सिंह से फसल सहित आवश्यक बरबादी की मुआवजा राशि बढ़ाने पर जोर देंगे. बात नहीं बनी तो 11 अप्रैल को जिला स्तर पर आंदोलन करेंगे. इसके लिए जिम्मेवार जिला प्रशासन होगी. इस दौरान धनंजय यादव, वेणु चौबे, दिलीप साह, रमाकांत प्रसाद, अमरेंद्र कुमार राजू मंडल, देवेंद्र पंडित, बिहारी मंडल आदि थे.
निशा नहीं भूल पायी तबाही का मंजर
गोड्डा. सदर प्रखंड के ढोढरी गांव के मजदूर राजीव साह की 14 वर्षीय पुत्री निशा कुमारी चार दिन पूर्व आये चक्रवाती तूफान एवं ओला वृष्टि को नहीं भूल पायी है. निशा ओला वृष्टि के दौरान पास के मैदान में फंस गयी थी. ओला वृष्टि के कारण उसके सिर व शरीर के कई हिस्से में चोट आयी थी. उसका इलाज सदर अस्पताल में कराया गया था. निशा शारीरिक रूप से नि:शक्त है. वह ठीक से बोल भी नहीं पाती है. आस-पास के लोगों ने बताया कि उसे काफी चोट आयी है.ग्रामीणों ने बताया कि अब तक इस नि:शक्त बच्ची को प्रखंड प्रशासन की ओर से किसी भी तरह का पेंशन नहीं दिया गया है.