ओके:::फ्लैग-जमीन अधिग्रहण को लेकर बैठक में नहीं बनी सहमति, ग्रामीणों ने कहा

–नहीं देंगे एमजीआर लाइन के लिए जमीन–लीलातरी वन गांव में पेशा के तहत बैठक का ग्रामीणों ने किया विरोध–बगैर निर्णय के ही बैठक समाप्ततसवीर-22 बैठक में उपस्थित पदाधिकारी 23 में बैठे ग्रामीण प्रतिनिधि, बोआरीजोरप्रखंड के लीलीतरी वन पंचायत के लीलातरी गांव के लोगों के बीच पेशा कानून को लेकर बैठक की गयी. जिसमें एनटीपीसी कहलगांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2015 11:05 PM

–नहीं देंगे एमजीआर लाइन के लिए जमीन–लीलातरी वन गांव में पेशा के तहत बैठक का ग्रामीणों ने किया विरोध–बगैर निर्णय के ही बैठक समाप्ततसवीर-22 बैठक में उपस्थित पदाधिकारी 23 में बैठे ग्रामीण प्रतिनिधि, बोआरीजोरप्रखंड के लीलीतरी वन पंचायत के लीलातरी गांव के लोगों के बीच पेशा कानून को लेकर बैठक की गयी. जिसमें एनटीपीसी कहलगांव के लिए एमजीआर रेलवे लाइन तथा राजमहल परियोजना के हुर्रासी परियोजना को लेकर जमीन अधिग्रहण को लेकर ग्रामीणों के बीच आम सहमति नहीं बन पायी. बैठक की अध्यक्षता ग्रामीण करम हांसदा ने की. मौके पर एनटीपीसी के एजीएम गोपाल कृष्णन के अलावा बोआरीजोर बीडीओ विजय प्रकाश मरांडी, मुखिया प्रियतमा भारती मुख्य रूप से मौजूद थी. ग्रामीणों ने किया बैठक का विरोध पेशा की बैठक के दौरान ग्रामीणों ने विरोध किया. ग्रामीणों ने कहा कि जमीन नहीं देंगे, हुर्रासी परियोजना तथा एमजीआर रेलवे की जरूरत नहीं हैं. मामले पर ग्रामीणों के आंदोलन को देखते हुए पदाधिकारियों को बैठक स्थगित करनी पड़ी. योजना के लिए एनटीपीसी को करीब पांच बीघा जमीन केवल लीलातरी वन में चाहिए. पेशा की बैठक में ग्रामीणों की सहमति से वन विभाग के कब्जे वाली जमीन को अधिग्रहण के लिए परियोजना को दिया जाना है. इस दौरान दिनेश मुर्मू, मंजय मरांडी, शिवलाल मरांडी आदि उपस्थित थे.

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