ओके::21 घंटे बाद मुक्त हुआ फरक्का एमजीआर मार्ग

-डीसी के आश्वासन पर माने झारखंड वनांचल आंदोलनकारी-दो दिन में परियोजना को 2.50 करोड़ का नुकसान-25 हजार टन कोयला नहीं जा सका कहलगांव-डीसी के आश्वासन के बाद हटाया जामतसवीर:14 रेल रोकते आंदोलनकारी, 15 प्रदर्शन करते आंदोलनकारीप्रतिनिधि, महगामा झारखंड वनांचल आंदोलनकारी मोरचा का आंदोलन शनिवार को डीसी राजेश कुमार शर्मा के आश्वासन के बाद खत्म हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2015 11:05 PM

-डीसी के आश्वासन पर माने झारखंड वनांचल आंदोलनकारी-दो दिन में परियोजना को 2.50 करोड़ का नुकसान-25 हजार टन कोयला नहीं जा सका कहलगांव-डीसी के आश्वासन के बाद हटाया जामतसवीर:14 रेल रोकते आंदोलनकारी, 15 प्रदर्शन करते आंदोलनकारीप्रतिनिधि, महगामा झारखंड वनांचल आंदोलनकारी मोरचा का आंदोलन शनिवार को डीसी राजेश कुमार शर्मा के आश्वासन के बाद खत्म हो गया. नेताओं ने शनिवार को फरक्का एमजीआर मार्ग को मुक्त कर दिया. आंदोलनकारी मोरचा के नेताओं ने शुक्रवार की सुबह से ही एमजीआर मार्ग को जाम कर दिया था. सरकार से सम्मानजनक राशि व पेंशन आदि के भुगतान की मांग को लेकर यह आंदोलन किया गया. दूसरे दिन शनिवार दोपहर में जाम हटाने के बाद एमजीआर मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन फिर से संभव हो पाया. सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी परंपरागत हथियार से लैस थे. डीसी से हुई वार्ता के बाद टूटा जाम शनिवार दोपहर डीसी से वार्ता होने के बाद आंदोलनकारियों ने जाम हटाया. आंदोलनकारी नेता वीरेंद्र सिंह, उस्मान गनि सिद्धिकी, अनिरुद्ध मंडल, नुर मोहम्मद अंसारी, बबलू हांसदा व नकुल हेंब्रम प्रतिनिधिमंडल डीसी को ज्ञापन सौंप कर मांग की. डीसी के आश्वासन पर प्रदर्शनकारियों ने जाम को हटा लिया. डीसी ने मांगों को लेकर सरकार को अवगत कराने का भी आश्वासन दिया है. …………………………….25 हजार टन कोयला नहीं जा सका कहलगांव एमजीआर जाम करने से 25 हजार टन कोयले का उठाव नहीं हो पाया और न ही कोयला कहलगांव जा सका. दो दिनों तक कोयला फरक्का भी नहीं गया. वहीं इस बंदी से परियोजना को करीब दो करोड़ का नुकसान हुुआ है. शनिवार की देर शाम ही कोयले का खेप कहलगांव व फरक्का जा सका.

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