माता-पिता के प्रताड़ना से तंग आकर बेबी ने छोड़ा था घर!
गोड्डा : बेबी कुमारी की अजीबो-गरीब कहानी है. बेबी कुमारी माता-पिता के प्रताड़ना से तंग आकर घर छोड़ कर भागी थी. वह अपने माता-पिता के साथ नहीं रहना चाहती है. उसके माता-पिता नोएडा सेक्टर नौ में रहते हैं. सेक्टर नौ से ही बेबी घर छोड़ कर भागी थी. दिल्ली पुलिस ने बेबी को बरामद कर […]
गोड्डा : बेबी कुमारी की अजीबो-गरीब कहानी है. बेबी कुमारी माता-पिता के प्रताड़ना से तंग आकर घर छोड़ कर भागी थी. वह अपने माता-पिता के साथ नहीं रहना चाहती है. उसके माता-पिता नोएडा सेक्टर नौ में रहते हैं. सेक्टर नौ से ही बेबी घर छोड़ कर भागी थी. दिल्ली पुलिस ने बेबी को बरामद कर घर नहीं जाने की जिद पर निर्मल संस्थान दिल्ली में बेबी को संस्था के सुपुर्द कर दिया था. बाद में निर्मल संस्थान ने भागलपुर चाइल्ड वेलफेयर समिति के पास बेबी को भेज दिया था. जहां से बेबी को गोड्डा वेलफेयर समिति को सौंप दिया गया है.
कम उम्र में शादी कराने का विरोध कर रही है बेबी
चाइल्ड ऑफिसर रितेश कुमार ने बताया कि बेबी की काउंसलिंग के बाद पता लगा कि बेबी दिल्ली स्थित अपने घर में माता-पिता द्वारा कम उम्र में विवाह कराने का विरोध किया था. इस पर बेबी के साथ उसके माता-पिता द्वारा मारपीट की गयी थी. लगातार विवाह का दबाव बनता देख बेबी घर से भाग गयी.
अब चिल्ड्रेन होम जायेगी बेबी
चाइल्ड ऑफिसर ने बताया कि बेबी लगातार दिल्ली जाने की रट लगायी जा रही है. लेकिन वह दिल्ली जाकर नोएडा स्थित अपने माता-पिता के घर नहीं जाना चाहती है. बेबी का कहना है कि दिल्ली के निर्मल संस्थान में ही उसे पहुंचा दिया जाये. बताया कि तत्काल बेबी की जिद को देखते हुए समिति ने देवघर चिल्ड्रन होम में बेबी को भेजने की व्यवस्था कर रही है. इस दौरान समिति के विजय कुमार मंडल, मो मुजफ्फर आलम उपस्थित थे.
पांचवी कक्षा तक ही पढ़ पायी है बेबी
बेबी मात्र पांचवी कक्षा तक ही पढ़ाई कर पायी है. बेबी के मुताबिक नोएडा में उसकी मां सब्जी बेचने का काम करती है.जबकि पिता शरीर से लाचार हैं. गरीबी होने के कारण पांचवीं कक्षा की पढ़ाई करने के बाद उसकी पढ़ाई छूट गयी है.
चाइल्ड वेलफेयर समिति द्वारा देवघर बेबी को भेजा जायेगा. इसके बाद ठाकुरगंगटी के रूंझी गांव जाकर बेबी के पुश्तैनी घर में रहने वाले रिश्तेदारों द्वारा आवश्यक पूछताछ कर उसके माता-पिता का सही पता के अलावा मोबाइल नंबर आदि लिया जायेगा.
-रितेश कुमार, चाइल्ड ऑफिसर.