बंदी के पहले दिन इसीएल को दो करोड़ की क्षति

गोड्डा /बोआरीजोर : राजमहल कोल परियोजना के इसीएल में झारखंड मजदूर कोलियरी संघ की ओर से चार सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन बंदी कर दिया. बंद के पहले दिन परियोजना को करीब दो करोड़ का नुकसान हुआ है. मजदूरों ने बताया कि इसके पूर्व कई बार विभिन्न संगठनों द्वारा कंपनी को आंदोलन की चेतावनी दी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2016 5:51 AM

गोड्डा /बोआरीजोर : राजमहल कोल परियोजना के इसीएल में झारखंड मजदूर कोलियरी संघ की ओर से चार सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन बंदी कर दिया. बंद के पहले दिन परियोजना को करीब दो करोड़ का नुकसान हुआ है. मजदूरों ने बताया कि इसके पूर्व कई बार विभिन्न संगठनों द्वारा कंपनी को आंदोलन की चेतावनी दी जा रही थी.

बावजूद इसीएल की हठधर्मिता की वजह से अनिश्चितकालीन बंद बुलायी गयी.
बंदी के पहले दिन…
इस कारण सरकार को घाटा उठाना पड़ा. शनिवार सुबह छह बजे से लगातार बंदी के कारण उत्पादन एवं कोयले की ढुलायी पूरी तरह से ठप रही. इस कारण ललमटिया से जहां प्रतिदिन चार रैक कोयले की ढुलायी होती थी मात्र एक रैक हो पाया.
बंदी की सूचना दी गयी : शनिवार को झारखंड मजदूर कोलियरी संगठन की ओर से सुबह छह बजे राजमहल परियोजना के सीएचपी, जीरो प्वांइट, ओसीपी, मेन गेट, भोंड़ायी साइट खादान के साथ रेलवे ट्रैक को समर्थकों ने बंद रखा. बंद की सूचना केंद्रीय अध्यक्ष सह पूर्व विधायक राजेश रंजन ने परियोजना को दे दी गयी थी.
क्या है मांगें : संगठन की ओर से मुख्य मांगों में परियोजना क्षेत्र में आउट सोर्सिंग कर रही प्राइवेट कंपनियों में अंबे माइनिंग, सीआइसी, बीएलए, महालक्ष्मी तथा आरसीएमएल यानी बिड़ला की ओर से काम के दौरान स्थानीय को छोड़कर बाहरी लोगों को नौकरी पर रखने, सौम्या कंपनी जो अब बंद हो गयी है
के छंटनीग्रस्त कर्मियों को अन्य कंपनियों में काम देने, सीएचपी तथा वर्कशाॅप में काम करने वाले कर्मचारियों को हाइपावर कमेटी के अनुशंसा के तहत भुगतान, पीएफ एवं सनडे व हाॅली-डे पेंमेंट लागू करने, परियोजना के मिनी आइटीआइ में प्रशिक्षित स्थानीय प्रभावित गांवों में नीमाकला, केंदुआ, तेतरिया के बेरोजगारोें को अविलंब रोजगार देने की मांग शामिल है.
वार्ता हुई विफल : इस दौरान जीएम अखिलेश पांडेय तथा जीएम ओपी देवेंद्र कुमार नायक के साथ मजदूर संघ के केंद्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन के साथ अन्य सदस्यों के बीच वार्ता हुई. लेकिन बात नहीं बन पायी.

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