जिले के किसानों को नहीं मिल रहा धान के समर्थन मूल्य का लाभ
मुख्यालय में नहीं खुला क्रय केंद्र कुल लक्ष्य के मात्र तीन फीसदी धान की हुई है अधिप्राप्ति सहकारिता विभाग की उदासीनता से किसानों को नहीं मिल रहा लाभ जिले में दो लाख क्विंटल धान खरीदारी का निर्धारित है लक्ष्य गोड्डा,पथरगामा व सुंदरपहाड़ी प्रखंड में नही खोला जा सका धान क्रय केंद्र गोड्डा : सूबे की […]
मुख्यालय में नहीं खुला क्रय केंद्र
कुल लक्ष्य के मात्र तीन फीसदी धान की हुई है अधिप्राप्ति
सहकारिता विभाग की उदासीनता से किसानों को नहीं मिल रहा लाभ
जिले में दो लाख क्विंटल धान खरीदारी का निर्धारित है लक्ष्य
गोड्डा,पथरगामा व सुंदरपहाड़ी प्रखंड में नही खोला जा सका धान क्रय केंद्र
गोड्डा : सूबे की सरकार एक तरफ आनेवाले वित्त वर्ष में कृषि पर विशेष फोकस करते हुए विभिन्न योजनाओं को संचालित करने की घोषणा करती है. पैक्सों के माध्यम से किसानों का धान खरीदकर सरकारी समर्थन मूल्य (1410 रुपये प्रति क्विंटल)का लाभ दिलाने का दावा भी खोखला साबित हो रहा है. जिला मुख्यालय में अब तक धान क्रय केन्द्र नहीं खुल पाया है.
धरातल पर कोई काम नही हो रहा है. जिला मुख्यालय समेत पथरगामा व सुंदरपहाड़ी प्रखंड में जनवरी माह बीतने के बाद भी धान क्रय केंद्र नही खुल पाया है. विभाग धान क्रय किये जाने के नाम पर अपनी पीठ थपथपाने मे लगा है. यह हाल तब है जब फरवरी का आधा महीना बीत चुका हैै. क्रय केंद्र के नहीं खुलने से किसान थक हारकर धान को बिचौलियों के हाथों 900 रूपये प्रति किक्वंटल की दर से बेच रहे है. वह भी सभी प्रखंडों में धान क्रय केंद्र नहीं खुल पया है.
क्रय केंद्र के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. जहां भी क्रय केंद्र खोले गये है वहां आईवॉश के लिए धान की खरीदारी की गयी है. दो चार दिनों में केंद्र को चलाये जाने के बाद संचालक ने क्रय केंद्र बंद कर दिया है. धान कैसे लेना है इसकी नीति भी तय नहीं हो पायी है. एक तो केंद्र खुला नहीं है और जहां खुला है वहां किसान ठगे महसूस कर रहे हैं.