पथरगामा का चिहारो पहाड़ बना सुसाइडल प्वाइंट
दीवार से टकराकर एक और ग्रीन पीजन मरी चिहाड़ो पहाड़ की दीवार से टकराकर ऐलोपोटा ग्रीन पीजन के लगातार हो रही मौत से जिले के बुद्धीजीवी व पर्यावरणविद काफी चिंतित हैं. यह लोगों के लिए रहस्य का विषय बना हुआ है. 17 फरवरी को आठ पक्षियों की दीवार से टकरा कर मौत हुई थी. गोड्डा/पथरगामा […]
दीवार से टकराकर एक और ग्रीन पीजन मरी
चिहाड़ो पहाड़ की दीवार से टकराकर ऐलोपोटा ग्रीन पीजन के लगातार हो रही मौत से जिले के बुद्धीजीवी व पर्यावरणविद काफी चिंतित हैं. यह लोगों के लिए रहस्य का विषय बना हुआ है. 17 फरवरी को आठ पक्षियों की दीवार से टकरा कर मौत हुई थी.
गोड्डा/पथरगामा : पथरगामा का पवित्र तथा धार्मिक चिहारो पहाड़ अब अतिथि पक्षियों के लिए सोसाइडल प्वांट के रूप में चर्चित होने लगा है.एक बार फिर पहाड़ की दीवार से टकराकर बंगाल से आने वाले अतिथि ऐलोपोटा ग्रीन पीजन के झुंड में से एक की मौत मौके पर ही हो गयी. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पूरब की ओर से आ रहे नौ की संख्या में पीजन के झुंड में से एक की मौत दीवार से टकरा कर हो गयी. जबकि आठ पश्चिम की ओर उड़ गये.
17 को आठ पक्षियों की हुई थी मौत
17 फरवरी को इसी चिहारो पहाड़ की दीवार से टकरा कर नौ में से आठ पक्षी की मौके पर ही मौत हो गयी थी. बार-बार पक्षियों के टकराने व मौत की खबर को लेकर क्षेत्र में कई तरह की चर्चाएं हो रही है. कुछ लोगों की माने तो क्षेत्र में किसी बड़े प्राकृतिक विपदा का संकेत बताया जा रहा है.
बताया जाता है कि पहले से पक्षी को इस बारे में जानकारी होती है. जबकि कुछ का मामना है कि क्षेत्र में तंत्र विद्या के कारण इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. हालांकि डीएफओ ने पिछले दिनों मृत पक्षियों के पोस्टमार्टम कराने के बाद मौत का कारण सामान्य बताया था.