कमरूल होदा मदरसा जिरली पोषक क्षेत्र के ग्रामीणों ने डीइओ को सौंपा ज्ञापन

मदरसा का ताला खोलने की अपील गोड्डा : बोआरीजोर प्रखंड के कमरूल होदा मदरसा जिरली पोषक क्षेत्र के ग्रामीणों ने बुधवार को डीइओ मोहन चांद मोकीम को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और वापस भेज दिया. ग्रामीणों ने बताया कि करीब आठ नौ माह पूर्व में मदरसा कमरूल होदा जिरली में प्रधान मौलवी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2016 3:36 AM

मदरसा का ताला खोलने की अपील

गोड्डा : बोआरीजोर प्रखंड के कमरूल होदा मदरसा जिरली पोषक क्षेत्र के ग्रामीणों ने बुधवार को डीइओ मोहन चांद मोकीम को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और वापस भेज दिया. ग्रामीणों ने बताया कि करीब आठ नौ माह पूर्व में मदरसा कमरूल होदा जिरली में प्रधान मौलवी, सचिव व अध्यक्ष ने अवैध तरीके से शिक्षकों की नियुक्ति कर दी है. इसमें अपने ही रिश्तेदारों को बहाल करने का आरोप लगाया है.
ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक नियुक्ति के बाद से प्रधान मौलवी फरार रहता है. मदरसा में ताला लटक रहा है. इससे पोषक क्षेत्र के बच्चों का पठन पाठन प्रभावित हो रहा है. इस मामले में मुख्यमंत्री, उपायुकत, जिला के पदाधिकारी, डीइओ से जांच कर कार्रवाई के लिए आवेदन दिया, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी. उन्होंने डीइओ से कार्रवाई करने की मांग की है. इस अवसर पर ग्रामीण मो रफीक अंसारी, मो मुर्शीद अंसारी आदि थे.
जिरली का नाम सुनते ही चौंक पड़े डीइओ : जिरली मदरसा का नाम सुनते ही डीइओ चौंक पड़े. उन्होंने कहा कि जब वे जैक सचिव के पद पर कार्यरत थे. उनके संज्ञान में मामला आया था. लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर आश्चर्य व्यक्त किया. डीइओ ने तुरंत दूरभाष पर जैक से मामले की पूरी जानकारी ली.
मदरसा में तालाबंदी ठीक नहीं : डीइओ ने ग्रामीणो से कहा कि मदरसा में तालाबंदी किया जाना ठीक नहीं है. ग्रामीणों से एक सप्ताह का समय लेकर मामले में उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया. साथ ही ग्रामीणों से मदरसा से ताला खोलने की अपील की. ग्रामीणों से कहा कि इस मामले में पहले प्रधान मौलवी, सचिव व अध्यक्ष को बुलाकर पूछताछ करेंगे. इसके बाद ग्रामीणों को बुलाकर मामले में बातचीत की जायेगी.
ग्रामीणों को दिलाया भरोसा, होगी कार्रवाई
ग्रामीणों ने शिकायत की है. सबसे पहले ग्रामीणों से मदरसा का ताला खोलने की बात कही गयी है. दोनों पक्षों की बातों को सुनकर ही कार्रवाई की जायेगी. पूरी प्रक्रिया को देखे जाने को लेकर प्रधान मौलवी, सचिव व अध्यक्ष को बुलाने का निर्देश दिया गया है. नियुक्ति में गड़बड़ी हुई है तो फिर जांच कर जैक को नियुक्ति रद्द करने की अनुशंसा भेजी जायेगी.
मोहन चांद मोकीम, डीइओ, गोड्डा

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