सुदरपहाड़ी मामला 24 घंटे बाद भी कार्रवाई नहीं
नाइट गार्ड तथा एंबुलेंस चालक भी संदेह के दायरे में लिखित शिकायत नहीं मिलने की बात कह पुलिस झाड़ रही पल्ला पुलिस की कार्यशैली पर कर्मियों में असंतोष गोड्डा : सुंदरपहाड़ी स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को हुए हंगामे के 24 घंटे बीत जाने के बावजूद अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है. कार्रवाई […]
नाइट गार्ड तथा एंबुलेंस चालक भी संदेह के दायरे में
लिखित शिकायत नहीं मिलने की बात कह पुलिस झाड़ रही पल्ला
पुलिस की कार्यशैली पर कर्मियों में असंतोष
गोड्डा : सुंदरपहाड़ी स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार को हुए हंगामे के 24 घंटे बीत जाने के बावजूद अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है. कार्रवाई के नाम पर सिर्फ जांच चल रही है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस मामले में भी पुलिस ने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि किसी की ओर से लिखित शिकायत नहीं मिलने के कारण दोष लगाना मुश्किल है. जबकि मामले को लेकर में कर्मियों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर असंतोष जाहिर किया है.
वहीं अस्पताल में पदस्थापित नाइट गाइड व एंबुलेंस चालक भी शक के दायरे में हैं. सूत्रों की माने तो वर्तमान में पदस्थापित नाइट गार्ड व एंबुलेेंस चालक दोनों सगे भाई हैं. पदस्थापित गार्ड आज भी अस्पताल के ही पास नाश्ता की दुकान चलाता है. जिस वजह से उनका अस्पताल में पूरी तरह से दबदबा रहता है.
कई बार केशव कुमार सिन्हा पर लग चुका है आरोप
इससे पहले भी कई बार अस्पताल परिसर में लड़कियों को लाने की बात स्थानीय लोग बताते हैं. बताया जाता है कि केशव कुमार सिन्हा के साथ पहले लोगों के संबंध ठीक थे. मगर कुछ दिनों से श्री सिन्हा के व्यवहार के कारण लोगों ने उससे दूरी बना ली. बताया जाता है कि निवर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से भी श्री सिन्हा के संबंध कुछ खास ठीक नहीं हैं. हालांकि मामले में अब तक किसी भी कर्मी द्वारा थाना में लिखित शिकायत नहीं की गयी है.