टिप लगाकर हुई लाखों की निकासी

मामला . पोशाक मद की राशि निकासी में मिली अनियमितता की जांच शुरू हो सकता बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी का खुलासा पहली कक्षा से छठी कक्षा के छात्रों के हस्ताक्षर की जगह टीप निशान वर्ष 2014-15 में एक से आठवीं कक्षा के छात्रों का हस्ताक्षर की जगह टिप निशान लेकर राशि की निकासी का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2016 6:10 AM

मामला . पोशाक मद की राशि निकासी में मिली अनियमितता की जांच शुरू

हो सकता बड़े पैमाने पर हुई गड़बड़ी का खुलासा
पहली कक्षा से छठी कक्षा के छात्रों के हस्ताक्षर की जगह टीप निशान
वर्ष 2014-15 में एक से आठवीं कक्षा के छात्रों का हस्ताक्षर की जगह टिप निशान लेकर राशि की निकासी का आरोप
गोड्डा/ मेहरमा : पोशाक वितरण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का खुलासा हो सकता है. मेहरमा प्रखंड क्षेत्र के प्रतापपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय के छात्रों को पोशाक वितरण के नाम पर हस्ताक्षर की जगह टीप निशान लेने का मामला प्रकाश में आया है. जिसमें डीसी के निर्देश पर प्रखंड के बीइइओ नरेंद्र कुमार ने जांच शुरू कर दिया है.
मंगलवार को बीइइओ ने बच्चों के टीप निशान की जांच की. बीइइओ से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2012-13 में उमवि प्रतापपुर को पोशाक मद में 80 हजार की राशि दी गयी थी. जबकि वर्ष 2014-15 में इसी विद्यालय को पोशाक मद में 79 हजार 200 की राशि दी गयी थी. वर्ष 2012-13 में पहली कक्षा से छठी कक्षा के छात्रों के हस्ताक्षर की जगह टिप निशान व वर्ष 2014-15 में एक से आठवीं कक्षा के छात्रों का हस्ताक्षर की जगह टिप निशान लेकर राशि की निकासी का आरोप पूर्व सचिव व अध्यक्ष पर है.
पहली व दूसरी कक्षा के बच्चों से ही लिया जाता है टिप निशान
बच्चों को पोशाक दिये जाने के मामले में केवल पहली व दूसरी कक्षा के बच्चो से ही टिप निशान लिया जाता है. बाकि सभी कक्षा के छात्रों का हस्ताक्षर लेकर पोशाक वितरण करना है. लेकिन पूर्व सचिव व अध्यक्ष द्वारा नियम को ताक पर रख कर छात्रों का टिप निशान लेकर पोशाक मद में राशि की निकासी कर लिये जाने का मामला जांच में है.
डीसी के निर्देश के बाद जांच करते बीइइओ.
डीसी के निर्देश पर जांच कार्य चल रहा है. सभी बच्चों से टीप निशान दिखा कर पूछा जायेगा कि टिप निशान उनके द्वारा लगाया गया है या नहीं. सभी बच्चों को पोशाक मिला है या नहीं. पूरी तरह से जांच करने के बाद मामला सत्य पाये जाने पर पूर्व सचिव व अध्यक्ष पर प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.
नरेंद्र कुमार, बीइइओ मेहरमा.

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