नव वर्ष पर सैलानियों को आकर्षित करेगा सुंदर डैम

गोड्डा में डल झील के नाम से प्रसिद्ध है जलाशय राजमहल पहाड़ियों की वादियों से घरा है सुंदर डैम प्रकृति की सुंदर छटा का नववर्ष के दिन आनंद लेते हैं सैलानी गोड्डा : गोड्डा का डल झील कहा जाने वाला सुंदर जलाशय सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. नये साल के दस्तक से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2016 6:01 AM

गोड्डा में डल झील के नाम से प्रसिद्ध है जलाशय

राजमहल पहाड़ियों की वादियों से घरा है सुंदर डैम
प्रकृति की सुंदर छटा का नववर्ष के दिन आनंद लेते हैं सैलानी
गोड्डा : गोड्डा का डल झील कहा जाने वाला सुंदर जलाशय सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है. नये साल के दस्तक से पहले सुंदर जलाशय अपनी खूबसूरत वादियों में आकर खो जाने आमंत्रित कर रहा है. गोड्डा के बोआरीजोर प्रखंड के राजाभीठा गांव से सटे जलाशय राजमहल पहाड़ी श्रृंखला से तीन ओर से घिरा है. जहां पहाड़ियों का जल आकर सुंदर जलाशय में ठहरता है. प्राकृतिक जलाशय के रूप में अपनी पहचान लिये बैठा सुंदर जलाशय लागातार हर साल पिकनिक तथा सैर सपाटा के लिए मशहूर स्पॉट के रूप में जाना जाता है.
जाने कैसे पहुंचे इस स्थल तक
सुंदर जलाशय मुख्य रूप से राजाभीठा थाना क्षेत्र में पड़ता है. यहां जाने के लिए करीब 35 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है. सुंदर जलाशय जो राजाभीठा तक के लिए दिन में एक दो यात्री बस या टेंपो चलता है, यहां तक जाने के लिए स्वंय का वाहन सबसे बेहतर हो सकताहै जो समय के साथ लोगों को ले जाने आने का काम करेगा. जलाशय तक जाने के लिए तीन रास्ते हैं. पहला गोड्डा पथरगामा मुख्य मार्ग गांधीग्राम पेेट्रोल पंप से आगे परसपानी मोड़ व दूसरा पथरगामा से आगे तेलनी मोड़ से तथा तीसरा महादेव बथान जो महागामा थाना क्षेत्र में पड़ता है मोहनपुर से पीछे एक पक्की रास्ता डैम तक लोगों को आराम से पहुंचा देता है. सैलानियों को सैर सपाटा के दौरान अपने साथ खाने पीने की सामग्री चाय नास्ता स्वंय व्यवस्था कर रखनी होती है कारण यहां न तो ठहरने के लिए बेहतर भवन या सरकारी व्यवस्था है और न ही निजी व्यवस्था. इस कारण दिन के वक्त जाकर लोग सूर्य अस्त से पहले आ सकते हैं. जब लोग यहां जाएंगे तो उन्हें घूमने फिरने सैर सपाटे के अलावा जलाशय के सामने खुबसूरत पहाड़ी में बैठ कर जलाशय का दीदार करने का मौका मिलसकता है. सुरक्षा के तौर पर लोग दिन निकलने के साथ जायें. और शाम ढलने से पहले वापस आ जायें.

Next Article

Exit mobile version