रघुवर सरकार के खिलाफ निकाली रैली
आक्रोश. ग्राम प्रधानों ने किया सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन का विरोध बोआरीजोर : संताल परगना स्थापना दिवस पर ग्राम प्रधानों की ओर से सीएनटी व एसपीटी एक्ट में हुए छेड़छाड़ एवं स्थानीय नीति के मामले को लेकर रैली निकाली गयी. इसका नेतृत्व छोटा डोरमा के ग्राम प्रधान सह जिप सदस्य बाबूलाल मरांडी ने […]
आक्रोश. ग्राम प्रधानों ने किया सीएनटी व एसपीटी एक्ट में संशोधन का विरोध
बोआरीजोर : संताल परगना स्थापना दिवस पर ग्राम प्रधानों की ओर से सीएनटी व एसपीटी एक्ट में हुए छेड़छाड़ एवं स्थानीय नीति के मामले को लेकर रैली निकाली गयी. इसका नेतृत्व छोटा डोरमा के ग्राम प्रधान सह जिप सदस्य बाबूलाल मरांडी ने किया. बोआरीजोर डाक बंगला से ग्राम प्रधानों ने रैली निकाल कर बोआरीजोर बाजार होते हुए प्रखंड कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. इस दौरान रघुवर सरकार के विरूद्ध नारे लगाये. घंटों प्रदर्शन करने के बाद ग्राम प्रधानों ने राज्यपाल के नाम कर 12 सूत्री मांगों का ज्ञापन बीडीओ को सौंपा.
आदिवासी के हित में नहीं है एक्ट में संशोधन
जिप सदस्य बाबूलाल मरांडी ने कहा कि एक्ट में छेड़छाड़ आदिवासी व मूलवासी के हित में नहीं है. स्थानीय नीति में केवल बाहरी लोगों को फायदा होगा. यहां के लोगों को लाभ नहीं मिलेगा. ग्राम प्रधानों को सरकार समानजनक मानदेय नहीं दे रही है. सरकार संताली भाषा में पढ़ाई शुरू कराने का काम करे. सभी सरकारी कार्यालयों में जिस तरह से हिंदी , उर्दू में कार्य होता है उसी तरह से संताली भाषा से भी कार्य हो.
एक्ट में हुए संशोधन को वापस ले सरकार : ग्राम प्रधान संघ के अध्यक्ष हनपा किस्कू ने कहा कि इस तरह से एक्ट में छेड़छाड़ करने से आदिवासी मूलवासी को सरकार छेड़ने का काम कर रही है.
सुंदरपहाड़ी व बोआरीजोर अनुसूचित ब्लॉक रहने के बाद भी यह सरकार स्थानीय नीति में अनुसूचित ब्लॉक का दर्जा नहीं दे रही है. उसे हटा दिया गया है. यह सरकार की सोची समझी साजिश है. जिसे किसी भी सूरत में बरदाश्त नहीं किया जायेगा. इस अवसर पर मनोज मरांडी, दिलीप ठाकुर, पटवारी सोरेन, भगवान सोरेन, ताला मरांडी, सुरेंद्र पहाड़िया आदि उपस्थित थे.
जिप सदस्य बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में निकली रैली व बीडीओ कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करते ग्राम प्रधान.