खदान क्षेत्र में लगाया खतरा का नोटिस
हादसे के बाद प्रबंधन व कंपनी को दिखा भोड़ाय डीप माइंनिग साइट में खतरा खदान क्षेत्र के खतरा को नोटिस लगाते मजदूर. गोड्डा : इसीएल राजमहल परियोजन ललमटिया के भोड़ाय डीप माइनिंग साइट में खतरे की घंटी छह माह पूर्व ही बज चुकी थी. खतरे की घंटी बजने के बाद कई दिनों तक मिट्टी कटाई […]
हादसे के बाद प्रबंधन व कंपनी को दिखा भोड़ाय डीप माइंनिग साइट में खतरा
खदान क्षेत्र के खतरा को नोटिस लगाते मजदूर.
गोड्डा : इसीएल राजमहल परियोजन ललमटिया के भोड़ाय डीप माइनिंग साइट में खतरे की घंटी छह माह पूर्व ही बज चुकी थी. खतरे की घंटी बजने के बाद कई दिनों तक मिट्टी कटाई कार्य व कोयला खनन कार्य बंद कर दिया गया था. बाद में सीएमडी के दौरे के बाद आनन-फानन में पुन: कार्य शुरू कर दिया गया था. लापरवाही का आलम यह है कि गुरुवार को हादसा होने के चार दिनों बाद भोड़ाय डीप माइनिंग साइट में खतरा की नोटिस कंपनी व प्रबंधन की ओर से लगाया गया.
रातों रात बनायी गयी सड़क को किया सील
गुुरुवार की देर शाम हादसा होने के बाद रातों रात घटना स्थल पर सड़क बना दी गयी थी. सड़क जहां से शुरू होती है वहीं पर सील कर दिया गया है. सील वाले स्थान के बाद से डीप माइनिंग दुर्घटना साइट में किसी को जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है.
यहीं पर बना है कैंप
जहां पर रास्ता सील कर दिया गया है, वहीं पर कैंप बनाया गया है. इसी स्थान पर रेस्क्यू की टीम, पुलिस बल व अधिकारी पदाधिकारी बैठते हैं. सील वाले स्थान पर महगामा अनुमंडाधिकारी संजय पांडेय, महगामा एसडीपीओ आर मिश्रा, ललमटिया थाना प्रभारी मनोहर करमाली, बीडीओ उदय कुमार, राजीव कुमार आदि नजर बनाये हुए हैं.