सयानी बिटिया की मौत की दुआ मांग रही मां
खाट पर लेटी जिंदा लाश बन गयी है 17 वर्षीय सुनीला अर्द्ध दिव्यांग प्रमाण-पत्र देकर सो गया स्वास्थ्य विभाग मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना का नहीं मिल पाया है लाभ गोड्डा : पोड़ैयाहाट प्रखंड के धेनुकेटा पंचायत के लड्डूबथान आदिवासी टोला की सुनीला हांसदा असाध्य मानसिक बीमारी से ग्रसित है. खाट पर लेटे रहना ही उसकी […]
खाट पर लेटी जिंदा लाश बन गयी है 17 वर्षीय सुनीला
अर्द्ध दिव्यांग प्रमाण-पत्र देकर सो गया स्वास्थ्य विभाग
मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना का नहीं मिल पाया है लाभ
गोड्डा : पोड़ैयाहाट प्रखंड के धेनुकेटा पंचायत के लड्डूबथान आदिवासी टोला की सुनीला हांसदा असाध्य मानसिक बीमारी से ग्रसित है. खाट पर लेटे रहना ही उसकी नियति बन गयी है. सयानी बिटिया का यह हाल देखकर मालोती सोरेन बेटी की मौत की दुआ ईश्वर से मांग रही है. सयानी बिटिया परिवार पर बाेझ बन गयी है. मालोती ने बताया कि जब स्वास्थ्य विभाग से इलाज का आशा छोड़ गयी तो बिटिया को लेकर जहां भी इलाज का भरोसा मिला लेकर दौड़ गयी. लेकिन बेटी स्वस्थ्य नहीं हो पायी.
पिता मोटका हांसदा ने बताया कि बचपन गुजरने के बाद जब सुनीला 11 साल की होने पर जिला मुख्यालय लेकर गयी तो सिविल सर्जन कार्यालय से एक दिव्यांग प्रमाण- पत्र दे चलता कर दिया. अब बड़ा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना से उसका इलाज की पहल क्यों नहीं की गयी. स्वास्थ्य विभाग विकलांग प्रमाण-पत्र देकर सिर्फ खानापूर्ति कर दिया. अब उसकी मां बेटी की इच्छामृत्यु की दुहाई मांग रहा है तो क्या विभाग यह आदेश दे सकता है. सुलीला के परिजनों ने बताया कि वह टकटकी लगाये कभी आसमान तो कभी आसपास देखती रहती है. उसकी स्थिति जिंदा लाश की तरह बन गयी है.
धेनकुट्टा पंचायत के लड्डूबथान आदिवासी टोला का है मामला, असाध्य मानसिक बीमारी से ग्रसित है सुनीला हांसदा