लाह की खेती कर समृद्ध बनेंगे किसान

जून व जुलाई माह में की गयी थी खेती ग्राम प्रबंधन समिति की पहल एक क्विंटल लाह का हुआ है उत्पादन बोआरीजोर : ग्राम वन प्रबंधन समिति पहाड़पुर, भोड़ाय, सिमड़ा, पियाराम आदि सुदूर गांवों में लाह की खेती किसानों कर रहे हैं. लाह की खेती किस प्रकार की जाये. इसके लिए प्रशिक्षण भी वन प्रबंधन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2017 4:44 AM

जून व जुलाई माह में की गयी थी खेती

ग्राम प्रबंधन समिति की पहल
एक क्विंटल लाह का हुआ है उत्पादन
बोआरीजोर : ग्राम वन प्रबंधन समिति पहाड़पुर, भोड़ाय, सिमड़ा, पियाराम आदि सुदूर गांवों में लाह की खेती किसानों कर रहे हैं. लाह की खेती किस प्रकार की जाये. इसके लिए प्रशिक्षण भी वन प्रबंधन समिति द्वारा दिया जा रहा है. ग्राम प्रबंधन समिति के सुभाष हाजरा ने खेती कर एक क्विंटल खेती प्राप्त किया गया. बताया कि जून जुलाई के समय में लाह की खेती की गयी थी. जिसे फरवरी में काटा गया है. निरीक्षण करने गये रेंजर रामचंद्र पासवान ने बताया कि किसानों ने एक क्विंटल लाह की खेती की है. जिसका बाजार मूल्य 50 हजार के करीब है. इस सुदूर क्षेत्र में उसनी एवं रंगनी लाह की खेती
के लिए ग्राम प्रबंधन समिति के माध्यम से ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर लाह की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है. ताकि आर्थिक स्थिति अच्छी हो सके. बताया कि लाह की खेती पलास, बैर, चनियालता एव कुसुम के वृक्षों पर की जाती है. इन वृक्षों में लाह के कीड़े का लगाकर लाह की प्राप्ति की जाती है. इससे कपड़े, मेडिसीन निर्माण सहित अन्य कार्यों में इसका इस्तेमाल किया जाता है.
” लाह की खेती का निरीक्षण किया गया है. खेती कर ग्रामीण आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकते हैं. इसके खेती से पौधारोपण को भी बढ़ावा मिलेगा.
-रामचंद्र पासवान,रेंजर

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