झोलाछाप चिकित्सक से इलाज करा रहे पथरगामा के 14 साल के किशोर की मौत
पथरगामा के पिपरा गांव से 108 एंबुलेंस वाहन से गोड्डा लाया गया था बुखार से पीड़ित
पथरगामा के पिपरा गांव के 14 साल के किशोर की इलाज के दौरान मौत हो गयी. मृतक का नाम मनोहर महतो पिता कमलाकांत महतो था. मृतक बालक बुखार से कई दिनों से पीड़ित था. किशोर का उपचार पिपरा गांव में ही एक झोलाछाप चिकित्सक से किया जा रहा था. जब हालत खराब हुई तो बालक को बेहतर उपचार के लिए देर शाम 108 एंबुलेंस से सदर अस्पताल लाया गया था. लाने के दौरान ही बालक की मौत हो गयी. जब बालक को एंबुलेंस से नीचे उतारकर डॉक्टर को दिखाया गया, तभी ड्यूटी के दौरान चिकित्सक द्वारा मृत घोषित कर दिया गया. चिकित्सक से पूछे जाने पर बताया गया कि बालक मृत लाया गया था. बुखार की शिकायत बतायी जा रही थी. किशोर की मां ने बताया कि बीते चार-पांच दिनों से बुखार व खांसी आदि से पीड़ित था और घर पर ही रहकर झोला छाप चिकित्सक से उपचार कराया जा रहा था. बुधवार को जब हालत बिगड़ी तो एंबुलेंस से लाने का प्रयास किया गया, तब तक जान चली गयी. मृतक की मां का रो-रोकर हाल बेहाल हो गया था. बालक को पुन: उसी एंबुलेंस से पिपरा ले जाया गया. मां ने बताया कि बेटे का बुखार नहीं छूट रहा था. इसको लेकर परिजनों ने ही संभावना जताया कि संभवत: मलेरिया आदि रोग से बेटा ग्रसित था, जिसको वे लोग नहीं पकड़ सके और इलाज में देरी से उनके बेटे की जान चली गयी.
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