बीते 24 मार्च को एसडीओ और राजमहल परियोजना पदाधिकारी के साथ हुए समझौता को अविलंब लागू करने सहित 18 सूत्री मांगों को लेकर महागामा एसडीओ कार्यालय गेट पर वामपंथियों का महाधरना तीसरे दिन भी जारी रहा. इस दौरान सीपीआइ, सीपीएम व भाकपा माले के नेताओं ने अनिश्चितकालीन महाधरना कार्यक्रम के दौरान किसानों और राजमहल परियोजना क्षेत्र के प्रभावित गांव तालझारी व नीमा के ग्रामीणों को संबोधित किया. इस दौरान किसानों व राजमहल परियोजना के प्रभावितों की समस्या को दूर करने की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की गयी. वामपंथी नेताओं ने बताया कि तीन दिनों से धरना पर डटे रहने के बावजूद एसडीओ सुधि नहीं ले रहे हैं. अगर धरना पर बैठे लोगों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया जाता है, तो और अधिक जोरदार आंदोलन किया जाएगा. धरना पर बैठे लोगों की मांगों में महागामा होते हुए पीरपैंती तक जाने वाली रेल लाइन को मेहरमा के शंकरपुर, पत्तीचक, पिरोजपुर, गोविंदपुर इटहरी गांव के बाहर से रेल लाइन ले जाने की गारंटी देने, महागामा प्रखंड के दर्वेचक शिव मंदिर से होते हुए कनककिता, सरभंगा, मोहनी व दिग्घी तक सिंचाई नाला का खुदाई कर पक्का नाला का निर्माण करने, भूविस्थापितों के प्रत्येक परिवार के नौजवान को अविलंब रोजगार देने की मांग शामिल है. इस मौके पर माकपा राज्य कमेटी सदस्य अशोक साह, माले नेता अरुण सहाय, सीपीआइएम के जिला सचिव रघुवीर मंडल, अनिल सिंह, मोहम्मद अख्तर, फौजदारी यादव, मजबूल अंसारी, जनार्दन ठाकुर, बेटका मुर्मू, मार्गेट मेरी टूडू, धर्मदेव रविदास, वाजुद्दीन, मंजूर, मोनिका टुडू सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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