मेहरमा के तीन गांव में डायरिया ने पांव पसारा, दो की मौत, 26 आक्रांत

स्वास्थ विभाग की टीम के साथ प्रशासन टीम रख रही है निगरानी, लकड़मारा, डोडा एवं विशनपुर गांव में लोगों को दी जा रही है स्लाइन

By Prabhat Khabar News Desk | September 10, 2024 11:41 PM

मेहरमा प्रखंड के तीन पंचायतों के तीन गांवों में डायरिया ने पांव पसार लिया है. साेमवार की रात को डायरिया ने लकड़मारा में लोगों को आक्रांत किया है. इसके उपरांत सुबह तक दो गांव ढोड़ा व विशनपुर में भी डारिया ने कहर बरपा दिया है. डायरिया की वजह से लकड़मारा गांव के गोविंद रिखियासन की पांच वर्ष की पुत्री मोनम कुमारी एवं बिशनपुर गांव के रहने वाले सविंद्र कुंवर की पत्नी की मौत लगातार उल्टी की वजह से हो गयी. तीन गांवों में अब तक 26 लोगों को डायरिया होने की वजह से इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.

डायरिया की चपेट में आये गांव , दो की मौत 26 व्यक्ति आक्रांत

प्रखंड के लकड़मारा पंचायत के लकड़मारा हरिजन टोला में डायरिया से लोग आक्रांत हो गये. उपरांत ढोढ़ा पंचायत के ढोढ़ा व रूपानदेव गांव के साथ तुलाराम भुस्का पंचायत के बिशनपुर गांव के लोग डायरिया से आक्रांत है. लकड़मारा के गोविंद रिखियासन की बेटी मोनम कुमारी व बिशनपुर गांव के सविंद्र कुंवर, पत्नी नेहा देवी की मौत हो गयी. आक्रांत लोगों में लकड़मारा गांव के दो वर्षीय मोनिका कुमारी, 17 वर्षीय टिंकू कुमारी, 4 वर्षीय संजीव कुमार, 30 वर्षीय रिंकू देवी, 30 वर्षीय मंजू देवी, 25 वर्षीय हीना देवी, 35 वर्षीय ननकी देवी, 10 वर्षीय धीरंजन कुमार, 25 वर्षीय करिश्मा देवी, 5 वर्षीय महक कुमारी, 40 वर्षीय किरण देवी, 5 वर्षीय नीशा कुमारी, ढोढ़ा गांव के 60 वर्षीय गोरेलाल यादव, 51 वर्षीय अंजनी देवी, 10 वर्षीय संगीता कुमारी के नाम शामिल हैं. रूपानदेव गांव के 45 वर्षीय कुंदन दास, 40 वर्षीय घोलटन दास, 40 वर्षीय बरुन राय, 10 वर्षीय राजू कुमार व 50 वर्षीय झुनिया देवी आक्रांत है. बिसनपुर गांव के 25 वर्षीय अनीता देवी, 15 वर्षीय मनीषा कुमारी, 12 वर्षीय रवीना कुमारी व 70 वर्षीय मो झिंगो आक्रांत है. जानकारी मिलने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विवेक कुमार सिन्हा व बीडीओ अभिनव कुमार के साथ डॉक्टरों की टीम गांव पहुंची. गंभीर मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेहरमा भेजा गया, जबकि सामान्य मरीजों का इलाज गांव में ही कैम्प लगाकर किया जा रहा है. यहां डॉ राजकुमार शील की निगरानी में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लोगों को दवा व स्लाइन दी जा रही है. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेहरमा में लाये गये मरीजों का इलाज प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विवेक कुमार सिन्हा की निगरानी में दो सदस्यीय डॉक्टरों की टीम मरीजों के इलाज में लगे हैं. डायरिया की जानकारी के बाद मंगलवार को दिन के करीब दस बजे सीएस डॉ अनंत कुमार झा भी टीम के साथ मेहरमा पहुंचकर रोगियों की परेशानी से रूबरू हुए.

मौत के हबाद लकड़मारा व विशनपुर के लोगों में भय

लकड़मारा गांव में देखते-देखते दर्जनों आक्रांत हो जाने व पांच वर्षीय बच्ची की मौत के बाद विशनपुर गांव के महिला की डायरिया से मौत ने गांव में दहशत फैला दिया है. गांव के लोग बड़ी संख्या में आकांत भी हैं. बताया गया कि कै व दस्त शुरू होने के बाद पीड़ित परिवार द्वारा अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया. रात के वक्त ले जाने में कुछ विलंब की वजह से दो की मौत हो गयी. अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सक द्वारा नेहा कुमारी को भी मृत घोषित कर दिया था.

नाले में जमा गंदा पानी बना डायरिया के प्रकोप का कारण

डायरिया के फैलने का कारण गंदा पानी का पेयजल के रूप में इस्तेमाल या फिर गांव के नाला में गंदगी व कीचड़ ही वजह है. लकड़मारा गांव में प्रखंड के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आकर जांच किया. जांच में पाया कि गांव में डायरिया के फैलने की वजह नाला में व्याप्त गंदगी है. वहीं ढोढ़ा व बिशनपुर के गांव के लिए भी तत्काल बीमारी का कारण गंदगी ही सामने आयी है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से पूछे जाने पर बताया कि जिस भी गांव में डायरिया का प्रकोप है, उस गांव का नाला हो या सड़क, गंदा पानी जमा है.

साफ-सफाई के लिए फंड है, मगर प्रखंड से मुखिया को निर्देश नहीं, जवाबदेही किसकी

इधर लगातार डायरिया के फैलने व बच्ची समेत महिला की मौत हो जाने और दो दर्जन से अधिक के आक्रांत हो जाने के मामले पर डायरिया के कारण नाला में गंदगी बताया गया है. क्षेत्र के लाेगों में इस बात की चर्चा है कि पंचायत के मुखिया के पास ऐसे मामले में फंड की कमी नहीं है. प्रखंड से अगर बरसात को देखते हुए नाला व कूप आदि की सफाई का व्यापक निर्देश दिया जाता, तो शायद ऐसी हालत नहीं होती.

कृषि मंत्री को रात में मिली सूचना, रेस हुआ महकमा

प्रखंड में डायरिया फैलने की जानकारी कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह को मिली. दौरान रांची से ही जिले के स्वास्थ्य एवं प्रखंड प्रशासन को अलर्ट किये जाने के बाद रात से ही टीम गतिशील हो गयी. बीडीओ व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से बात कर हर मरीज का बेहतर इलाज के लिए गांव में कैंप लगाने एवं नाला व गली व कुएं में ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव का निर्देश दिया.

‘गांव घर में बना नाला व सड़क पर दूषित पानी जमा होने की वजह से बीमारी फैली है. डायरिया फैलने की जानकारी पर सभी गांव में कैंप लगाकर उपचार किया गया है. कुछ वैसे मरीज जो गंभीर थे, उनका इलाज स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. डॉ के पहुंचने से पहले लकड़मारा गांंव में एक बच्ची की मौत हुई थी. महिला को महागामा में मृत घोषित किया गया है. सभी को गर्म पानी व गर्म भोजन करने की हिदायत दी गयी है.

-डॉ विवेक कुमार सिन्हा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, मेहरमाB

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version