डीसी के आदेश के बाद जिले में मुखिया धीरे-धीरे काम पर लौट रहे हैं. सरकारी कार्यक्रम व सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को संचालित करने में जुटे हैं. सदर प्रखंड में अब तक आधे दर्जन मुखिया काम पर लौट चुके हैं और पंचायतों में चल रही विकास योजनाओं को संचालित कर रहे हैं. यही हाल जिले के अन्य प्रखंडों के मुखिया का भी है. दूसरे प्रखंडों में भी मुखिया सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को संचालित करने में जुटे हैं. इससे पंचायतों में काम सुचारू रूप से चालू हो गया है. कुछ जगहों पर तो मुखिया की जगह मुखिया प्रतिनिधि अपनी उपस्थिति बनाने में लगे हैं. जो जिला प्रशासन के लिए राहत की बात है. मुखिया के काम पर धीरे-धीरे वापस आने पर उपमुखिया को प्रभार मिलने की मंशा पर पानी फिर गया है. कुछ उपमुखिया भी चिट्ठी जारी होने के बाद अति उत्साहित हो गये थे. जिनकी तैयारी धरी की धरी रह गयी. मालूम हो कि डीसी जिशान कमर ने जिला पंचायती राज विभाग को मुखिया के हड़ताल पर चले जाने के बाद उपमुखिया को प्रभार सौंपने का निर्देश जिला पंचायती राज शाखा को दिया था. इस पर पंचायती राज विभाग द्वारा चिट्ठी जारी की गयी थी, जिसके बाद से मुखिया व उनके प्रतिनिधियों में हड़कंप हो गया. कई प्रतिनिधियों ने हड़ताल से तौबा करते हुए सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को मुखिया की उपस्थिति में संचालित कराया. वहीं दूसरे मुखिया भी हड़ताल से तौबा करते हुए काम पर लौटने के लिए अपनी सहमति प्रखंड प्रशासन को सौंप दी. इसमें सदर प्रखंड के नेपुरा, मखनी, लोबंधा, पंचरूखी सहित अन्य पंचायतों के मुखिया ने इस मामले में प्रखंड प्रशासन को काम पर लौटने की जानकारी दी.
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