दूसरे दिन की वार्ता के बाद सब्जी मंडी हुआ चालू दुकानें बंद कर अपनी मांगों पर डटे थे दुकानदार प्रतिनिधि, गोड्डा नगर परिषद के द्वारा सब्जी मंडी में शुक्रवार को चलाये गये अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर हुए हंगामे का पटाक्षेप शनिवार को हो गया. हालांकि शनिवार की सुबह भी सब्जी विक्रेता अपनी मांगों पर डटे रहे. दुकानों को बंद रखा. वार्ता को लेकर मंत्री पुत्र रजनीश यादव, नगर प्रशासक आशीष कुमार व चैंबर के चुने गये प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई. इसके बाद सब्जी विक्रेताओं की मांगों पर सहमति बनी. तकरीबन एक डेढ घंटे के माथापच्ची के बाद मांगों पर सहमति बनी. सब्जी विक्रेताओं पर ठेकेदार के प्रति आक्रोश देखते ही बन रहा था. छोटे-मोटे सब्जी विक्रेता भी काफी गुस्से में दिखे. उन्होंने मंत्री पुत्र को सारी आपबीती सुनायी. मंत्री पुत्र के बुलाने पर ही नगर प्रशासक पहुंचे. उनके सामने सब्जी विक्रेताओं ने अपनी मांगों को रखा. सरकारी दर पर वसूली करने सहित मंथली भुगतान करने, सब्जी बाजार में हाइमास्ट लाइट व शौचालय आदि की व्यवस्था करने व नियमित सफाई करने पर जोर दिया. इन मांगों पर सहमति बनी. कई सब्जी विक्रेताओं ने लेसीधारक पर गाली-गलौज करने समेत अपमानित करने का भी आरोप लगाया. घटनाओं पर रोक लगाये जाने की मांग की. इस दौरान चैंबर के मो कामरान, मुकेश भगत, मुकेश वर्णवाल समेत सब्जी दुकानदार मौजूद थे. मालूम हो कि नगर परिषद के द्वारा शुक्रवार को सब्जी मंडी परिसर में अतिक्रमणमुक्त कराया जा रहा था. ठेकेदार द्वारा दोगुना शुल्क की मांग की गयी थी. सब्जी विक्रेताओं ने जमकर विरोध किया था. इसी को लेकर दुकानों को बंद कर धरना पर बैठे थे.
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