शैलेंद्र भगत हत्याकांड का छठा आरोपी भी चढ़ा पुलिस के हत्थे, पांच पहले से ही है जेल में
बौंसी का अंकित यादव दो दिन पहले ही कर चुका है सरेंडर
पोड़ैयाहाट के शैलेंद्र भगत हत्याकांड का छठा आरोपी उज्ज्वल यादव पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इस मामले में पांच आरोपी पहले से ही जेल में है. उज्जवल सहित कुल छह को इस मामले में नामजद आरोपी बनाया गया था. पकड़ा गया उज्जवल भी बौंसी के बरमसिया का रहने वाला है. घटना चार अप्रैल को पोड़ैयाहाट थाने में दर्ज करायी गयी थी. शैलेंद्र भगत के बेटे अतुल ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. थाना प्रभारी विनय यादव ने बताया कि पकड़ाये युवक उज्ज्वल यादव ने इस कांड में अपनी संलिप्तता जाहिर की है. साथ ही कहा कि कुल छह लोगों ने हत्याकांड को अंजाम दिया है. पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है. पकड़े जाने में पुअनि मुकेश कुमार व मनोज कुमार निराला आदि पुलिस कर्मी शामिल थे.
पुलिस को अब तक नहीं मिल पाया गोलीकांड में प्रयुक्त अवैध हथियार
ताज्जुब है कि पुलिस द्वारा इस हत्याकांड के चार माह बीतने के बाद भी प्रयुक्त एक भी अवैध आग्नेयास्त्र आदि को बरामद नहीं किया जा सका है, जबकि यह महत्वपूर्ण पार्ट है. हत्याकांड में सम्मिलित कुल छह अपराधियों में दो के द्वारा स्वयं सरेंडर किया गया है. हत्याकांड में सूत्रधार बिट्टू यादव सहित कुल चार को ही पुलिस ने पकड़ा था. हत्याकांड में शामिल दोनों अंकित यादव पुलिस की पकड़ में नहीं आया. दोनों ने कोर्ट पहुंचकर सरेंडर किया है. एक अंकित यादव द्वारा काफी दिन पहले सरेंडर किया गया, जबकि दूसरे ने बीते शनिवार को कोर्ट में सरेंडर किया था. सरेंडर करने वाले दूसरे अंकित यादव का संबंध भी बिहार के बौंसी के बरमसिया गांव से है. हत्याकांड का पूरा तार बिहार के बौंसी से ही था. हत्यारोपियों ने चार अप्रैल की शाम पोड़ैयाहाट चौक पर हनुमान मंदिर के समीप शैलेंद्र भगत पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया था. तभी जिले में लोस चुनाव को लेकर आचार संहिता लगा था. मामला काफी चर्चित रहा व राजनीतिक खेमेबाजी भी हुई. पुलिस ने तत्काल तीन- चार आरोपियों को पकड़ा भी, लेकिन किसी के पास से अवैध आग्नेयास्त्र बरामद नहीं किया जा सका.
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