महागामा में फाइलेरिया की दवा खाने से सातवीं कक्षा के चार बच्चियों की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
फाइलेरिया से बचाव के लिए बच्चों को खिलायी गयी थी दवा, उल्टी व सिर में चक्कर की शिकायत
महागामा प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित प्लस टू विद्यालय विश्वासखानी में फाइलेरिया की दवा खाने से चार बच्चों की हालत बिगड़ गयी. स्कूल में इन बच्चों को दवा खिलायी गयी थी. हालत बिगड़ने पर बच्चों को तेजी से एंबुलेंस से रेफरल अस्पताल महागामा लाया गया, जहां पर चिकित्सक रिचा रेशमी ने बच्चों का इलाज किया. फाइलेरिया की दवा खाने से सातवीं की छात्रा पूनम कुमारी (12 वर्ष), मौसम कुमारी (13 वर्ष), छठी कक्षा की प्रियंका कुमारी (9 वर्ष) व रविंद्र कुमार (13 वर्ष) की तबीयत बिगड़ गयी. बच्चों के अभिभावक रिंकू देवी, मुकेश तांती, विनोद तांती ने बताया कि शाम में विद्यालय से बच्चों के घर आने के बाद उल्टी एवं सिर में चक्कर की शिकायत के बाद परिजन परेशान हो गये. गांव में यह बात फैल गयी. इसके बाद विद्यालय में शिक्षक को सूचना दिये जाने के बाद एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया. चिकित्सक रिचा ने कहा कि उपचार के बाद बच्चों की हालत ठीक है. लेकिन अभी अस्पताल में रखकर निगरानी रखी जा रही है.
क्या कहते हैं विद्यालय के शिक्षक
विद्यालय के शिक्षक सनातन कुमार दास ने बताया कि विद्यालय में फाइलेरिया उन्मूलन के तहत स्कूल के 410 बच्चों को फाइलेरिया से बचाव को लेकर दवा खिलायी गयी थी. दवा स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गयी थी. दवा खाने के कुछ देर बाद ही कुछ बच्चों को उल्टी व सिर में चक्कर आने की शिकायत हो गयी थी. इसके बाद अस्पताल लाकर उपचार कराया गया है.
क्या कहती हैं चिकित्सक
चिकित्सक डॉ ऋचा ने बताया कि फाइलेरिया दवा खाने से कभी-कभी यह परेशानी होती है. इसमें फाइलेरिया के लक्षण पाये जाते हैं, उसमें दवा खाने के बाद इस प्रकार की परेशानी होती है. घबराने की बात नही है. कुछ देर रखकर बच्चों को छोड दिया जाएगा.
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