बोआरीजोर. राजमहल कोल परियोजना के अधीन आउटसोसिंग के तौर पर संचालित हुर्रासी कोयला खनन क्षेत्र में तीसरे दिन आंदोलन की वजह से कोयले की ढुलाई बाधित रही. कंपनी के हुर्रासी सेंटर से एक भी गाड़ी कोयला राजमहल परियोजना तक नहीं पहुंच पायी. अपनी मांग को लेकर हुर्रासी खान क्षेत्र में ग्राम प्रधान देवी लाल सोरेन के नेतृत्व में बेरोजगार युवकों ने मांटे कार्लो कंपनी में नौकरी की मांग पर कोयला ढुलाई बाधित कर दिया है. तीन दिनों से मुख्य सड़क पर बैठकर आवागमन बाधित करते दिया है. ग्रामीणों की मांग क्षेत्र के लोगों के लिये नौकरी को लेकर थी .ग्रामीण मांग कर रहे है कि प्राइवेट कंपनी मोंटे कार्लो कोयला खनन का कार्य करती है. कोल इंडिया के साथ समझौते में कंपनी प्रबंधन को क्षेत्र के लोगों को रोजगार व विकास से जोड़ना है . कंपनी प्रबंधन सिर्फ कोयला खनन कर मुनाफा अर्जन करती है. ग्रामीण को बदतर जिंदगी जीने के लिए छोड़ रही है. ग्राम प्रधान ने कहा प्रबंधन क्षेत्र के लोगों को रोजगार नहीं मिलने के कारण आंदोलन जारी रहेगा. मालूम हो कि हुर्रासी कोयला खनन क्षेत्र से सड़क मार्ग के द्वारा ट्रक के माध्यम से कोयला राजमहल परियोजना कार्यालय तक भेजा जाता है. आंदोलन की वजह से तीन दिनों से कोयला ढुलाई बाधित है. कंपनी को इस वजह से नुकसान हुआ है. वहीं दूसरी तरफ परियोजना के पदाधिकारी विजय कुमार व कंपनी के प्रतिनिधि रितेश कुमार वार्ता के लिए गांव पहुंचे. मगर ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है.
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