22 से समाहरणालय कर्मी जायेंगे हड़ताल पर, कामकाज हो जायेगा ठप
नौ सूत्री मांगों को लेकर निकाला कैंडल मार्च, कारगिल चौक पर किया प्रदर्शन
गोड्डा. 22 जुलाई से गोड्डा जिला के समाहरणालय संवर्ग के लिपिक समेत अनुमंडल तथा अंचल कार्यालयों के सामूहिक हड़ताल पर चले जायेंगे. इसके बाद कामकाज ठप हो जायेगा. कर्मियों ने नौ सूत्री मांगों के तहत शनिवार की देर शाम जिला मंत्री मुजाहिदुल इस्लाम के नेतृत्व में पुराने समाहरणालय गेट से कैंडल मार्च निकाला. राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. मालूम हो कि कमिर्यों ने मांगों के समर्थन में चरणबद्ध आंदोलन करने का अल्टीमेटम दिया. काला बिल्ला लगा कर काम कर चुके हैं. शनिवार की देर शाम समाहरणालय सहित विभिन्न अंचल व अनुमंडल के कर्मियों ने कारगिल चौक के पास प्रदर्शन किया. इस्लाम ने कहा कि सरकार हमारी मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं कर पा रही है. सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है. निम्नवर्गीय लिपिक के ग्रेड वेतन को 1900 से बढ़ाकर 2400 करने, उच्चवर्गीय लिपिक का ग्रेड वेतन-4200, प्रधान लिपिक का ग्रेड वेतन-4600, कार्यालय अधीक्षक का ग्रेड वेतन-4800 तथा प्रशासी अधिकारी का ग्रेड वेतन-5400 करने की प्रमुख मांगें हैं. उच्चस्तरीय समिति की अनुशंसा के आलोक में पद का सृजन करने, निम्नवर्गीय लिपिक से उच्चवर्गीय लिपिक के लिए प्रोन्नति के लिए निर्धारित कालावधि 08 वर्ष से घटाकर चार वर्ष करने तथा अन्य उच्चतर पदों के लिए प्रोन्नति के मामले में कालावधि में 50 प्रतिशत की छूट दी जाने आदि मांगे रखी गयी हैं. इसके अलावा एमएसीपी की कालावधि 10 वर्षों से घटाकर आठ वर्ष करने आदि की मांग भी रखी गयी हैं. निम्नवर्गीय/कनीय आदि शब्दों को हटाते हुए समाहरणालय लिपिकों/प्रधान लिपिकों के पदनाम में संशोधन करने समेत कई मांगों को रखा गया. मौके पर सितलाल सोरेन, राकेश कुमार झा, आलोक कुमार, निरंजन कुमार, अनूप बेसरा, अनिता किस्कू, प्रिंस कुमार, कायम अंसारी, रंजित कुमार, पूनम हांसदा, अनुराधा कुमारी, पूनम मरांडी, अनिता टुडू, शमशाद आलम समेत दर्जनों केर्मी मौजूद थे.
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