महागामा प्रखंड के मिल्की गांव चल रहे नौ दिवसीय श्रीराम कथा के अंतिम दिन कथा व्यास श्री विष्णु वैष्णवी जी महराज ने सती अनुसूया का प्रसंग सुनाकर भक्तों को भाव विभोर कर दिया. स्थानीय समेत आसपास के गांवों के भक्त कथा सुनने पहुंचे. व्यास जी ने कथा सुनाते हुए कहा कि नारद जी ने लक्ष्मी, पार्वती व ब्राह्मणी के सामने माता सती अनुसूया की प्रशंसा की. क्योंकि, एक स्त्री दूसरी की तारीफ नहीं सुन सकती. इस पर लक्ष्मी ने विष्णु, पार्वती ने शिव व ब्राह्माणी ने ब्रह्मा जी को माता सती अनुसूया की परीक्षा लेने भेजा. तीनों साधू रूप धारण का माता अनुसूया के पास अलख जगाते हैं कि माता हमें भोजन करवाओ. हम कई दिन के भूखे हैं. माता उन्हें घर में ले गयी और भोजन की व्यवस्था करने लगी. साधू बोले कि उन्हें भोजन करवाना है, तो नग्न अवस्था में करवाओ, नहीं तो वह चले जाएंगे. इतना कहने पर माता ने तीनों को छह मास के बालक बनाकर पालने में डाल दिया और प्रत्येक को बारी-बारी से दूध पिलाने लगीं. जब कई मास बीत गये तो माता लक्ष्मी, पार्वती व ब्राह्मणी अपने-अपने पतियों को लेने के लिए आयीं. सती अनुसूया ने उन्हें अपने-अपने पति को ले जाने की अनुमति दी. लेकिन तीनों पति को पहचानने में असमर्थ थीं. अनुसूया की कथा सुनकर सभी भक्त भावविभोर हो गये. इस दौरान प्रकाश पासवान, लालू प्रसाद, केशरी यादव, अनिल मंडल, राम जी पासवान, मुन्ना ठाकुर, विजय पासवान आदि मौजूद थे.
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