Jharkhand news, Godda news : गोड्डा (निरभ किशोर ) : गोड्डा जिले में लगातार 3 दिनों से हो रही बारिश की वजह से क्षेत्र में बाढ आ गयी है. पानी का जलस्तर बढने की वजह से करीब 400 हेक्टेयर खरीफ फसल क्षेत्र में पानी का बहाव है. बाढ की वजह से धान की फसल पूरी तरह से प्रभावित हुई है. इनमें मेहरमा प्रखंड के ढोलिया नदी तथा ठाकुरगंगटी के चंदा नदी में बाढ की वजह से करीब 50 से ज्यादा घर पूरी तरह से प्रभावित है. इन प्रभावित क्षेत्रों में बीडीओ की ओर से लगातार कर्मचारी को भेज कर रिपोर्ट तैयार करायी जा रही है.
मेहरमा प्रखंड में मुख्य रूप से बाढ़ की वजह से प्रभावित लोगो में मेहरमा संताली के बाबूजी हांसदा, तल्लु बेसरा, डोमनचक गांव के धुरखेली रिखयासन, सरजू रिखयासन, शिवनारायण रिखयासन, बिंदा रिखयासन एवं झगड़ू रिखयासन, पिपरा गांव के बुलो मंडल, मनोज मंडल एवं फागु मंडल का मिट्टी का घर गिर गया है, जबकि ऐसे प्रभावित लोग बारिश के दौरान खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है. प्रखंड प्रशासन की ओर से ऐसे तमाम प्रभावितों को स्कूल एवं सरकारी भवन में आश्रय दिया गया है. सीओ खगेन महतो ने बताया कि गांव में लगातार सर्वे कार्य कराया जा रहा है तथा प्रभावितों की जानकारी के साथ- साथ राहत सामग्री दी जा रही है.
प्रखंड के बाढ़ प्रभावित गांव में शामिल सौरिचकला, बदलाचक, पिपरा, नावाडीह, सुड़नी एवं कुमरडीहा गांव का सीओ खगेन महतो एवं बीडीओ अभिषेक कुमार सिंह ने निरीक्षण किया. इस दौरान प्रभावित परिवार के बीच सूखा राशन, पॉलिथीन उपलब्ध कराया गया. इसके अलावा प्रभावित परिवार को आपदा के तहत मिलने वाली राशि मुहैया कराने की बात कही. बताया कि कर्मचारी को भेज कर सभी प्रभावित परिवार का आकलन करने के बाद जिला से जैसा निर्देश मिलेगा उसे प्रभावित परिवार को दिया जायेगा.
मेहरमा बीडीओ अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि क्षेत्र में ढोलिया नदी में लगातार जलस्तर बढने की वजह से करीब आधे दर्जन घर ध्वस्त हुए हैं, जबकि सौरीचकला में 50, सुढनी में 200, डोमनचक में 100 घर प्रभावित है. डोमनचक जाने वाला मुख्य मार्ग कट जाने की वजह से लोगों का आवागमन बाधित हो गया है. प्रभावित लोगों के बीच सूखा राशन, चूड़ा, मुढ़ी, गुड़, दालमोट आदि का वितरण किया जा रहा है, जबकि घर के नुकसान को लेकर त्रिपाल तथा पॉलिथीन मुहैया कराया जा रहा है
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ठाकुरगंगटी प्रखंड के चंदा नदी में बाढ़ की वजह से आधे दर्जन मकान क्षतिग्रस्त बताये जा रहे है. सर्वाधिक आदिवासियों के कच्चे मकान शामिल है. इनमें चपरी पंचायत के मदनचौकी गांव की अनिता देवी का घर खपड़ैल का घर गिर गया है. वहीं, बुधासन के पुष्पा टुडू का मिट्टी का घर धारासाई हो गया है. गांव के चुन्नू किस्कू और जीवन हांसदा का घर प्रभावित है. फुलबड़िया पंचायत के मक्कुचक में मानसिंह मुर्मू के खपड़ैल का मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है. माल मंडरो पंचायत के इंदरचक में भी कई लोगों का मकान ध्वस्त हुआ है.
ठाकुरगंगटी के बीडीओ मेघनाथ उरांव ने कहा कि घर गिरने की सूचना मिलने पर अपने कर्मियों को जांच के लिए गांव भेजा गया है. अभी तक जानकारी के अनुसार, करीब आधे दर्जन लोगों का घर क्षतिग्रस्त हुआ है, जबकि क्षेत्र में करीब डेढ़ सौ से अधिक लोग आंशिक रूप से प्रभावित बताये जा रहे हैं. लोगों के बीच सूखा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. प्रभावित परिवार को 3 किलो चूड़ा, मुढ़ी, गुड़, नमक आदि दिया गया है. साथ ही क्षेत्र के संबंधित मुखिया को त्वरित सहायता दिये जाने का निर्देश दिया गया है.
ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र में 3 दिनों से लगातार हो रही बारिश से जगह- जगह अभी भी जलस्तर बढ़ गया है. जोरदार बारिश के कारण कई सड़कों पर पानी उतर आया है. जिसके कारण प्रखंड मुख्यालय से लोगों का संपर्क पूरी तरह से कट गया है. बारिश का पानी जैसे ही शाम के वक्त बढ़ना शुरू हुआ था देखते ही देखते नदियों में उफान आ गयी. जिसके कारण बाहर गये लोग रात भर अपने घर नहीं आ पाये. लोगों को अन्य जगहों पर रहकर पानी घटने का इंतजार करना पड़ा. सारे मार्ग पर पानी ही पानी का दिखाई दे रहा था. बुधवार को भी ठाकुरगंगटी के कौआ नदी में सुबह 8 बजे दिन के बाद ही पानी घटने के बाद ही आवागमन शुरू हो पाया, जबकि चांदा से डोई जाने वाली मार्ग पर सुजानकितता नदी के पास दोपहर 2 बजे तक पानी उफान पर था. इसके कारण इस मार्ग पर 3 बजे तक आवागमन पूरी तरह से बंद था. इस दौरान लोगों को दूसरे रास्ते से होकर सफर करना पड़ा. वहीं, सुजानकितता गांव के स्कूल परिसर में भी जलजमाव की स्थिति बनी हुई थी.
Posted By : Samir Ranjan.