राजमहल कोल परियोजना के अधीनस्थ प्राइवेट कंपनी आरसीएमएल (बिड़ला) में कार्यरत दर्जनों एसआइएस सिक्योरिटी गार्ड ने हाइ पावर कमेटी की दर से मजदूरी की मांग को लेकर परियोजना के जीरो पॉइंट पर जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान परियोजना के ट्रक के माध्यम से हो रहे कोयला ढुलाई कार्य को सुबह 6 से 10 बजे तक चार घंटे बाधित कर दिया. सिक्योरिटी गार्ड ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि प्राइवेट कंपनी की मनमानी के चलते मजदूरों को उचित मजदूरी नहीं मिल रही है. परियोजना के पदाधिकारी भी कंपनी के मिली भगत से मजदूरों का शोषण कर रही है. वहीं सिक्योरिटी गार्ड कोयला खनन क्षेत्र में कठोर कार्य कर सुरक्षा में लगे रहते हैं. कंपनी की सभी भाग की निगरानी करते हैं. सिक्योरिटी गार्ड के कारण ही कंपनी एवं परियोजना के पदाधिकारी राहत महसूस करते हैं. लेकिन सुरक्षा में लगे सिक्योरिटी गार्ड को कंपनी प्रबंधन द्वारा कोल इंडिया के नियमानुसार मजदूरी नहीं दी जा रही है. सिक्योरिटी गार्ड कई बार कंपनी प्रबंधन से हाई पावर कमेटी की दर से मजदूरी देने की मांग की. लेकिन कंपनी प्रबंधन द्वारा कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की गयी है. मजबूर होकर सिक्योरिटी गार्ड को आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ा. कोयला ढुलाई कार्य के बाधित होने की सूचना पर परियोजना के पदाधिकारी क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक संदेश बडाडे, ललमटिया पुलिस एवं सीआइएसएफ के जवान जीरो पॉइंट पहुंचकर सिक्योरिटी गार्ड से वार्ता किया. सिक्योरिटी गार्ड को आश्वासन दिया गया कि मंगलवार को ऊर्जा नगर के राजमहल हाउस में परियोजना प्रबंधन, कंपनी प्रबंधन एवं सिक्योरिटी गार्ड के बीच त्रिपक्षीय वार्ता की जायेगी एवं वार्ता के दौरान ही हाइ पावर कमेटी की मजदूरी पर निर्णय लिया जाएगा. आश्वासन के बाद सिक्योरिटी गार्ड ने कोयला ढलाई कार्य को चालू कर दिया. मौके पर परियोजना के सिक्योरिटी इंचार्ज दिनेश ओझा आदि उपस्थित थे.
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