शैलेंद्र भगत हत्याकांड के किंगपिन बिट्टू व अंकेश तक नहीं पहुंच पायी पुलिस
मावर्ती क्षेत्र में छापेमारी का दावा किये जाने के बावजूद अब तक हाथ खाली
गोड्डा जिले के पोड़ैयाहाट का चर्चित शैलेंद्र भगत हत्याकांड ने जिले के लोगों को दहशत में डाल रखा है. शैलेंद्र भगत की हत्या को अंजाम देने वाले किंगपिन बिट्टू यादव व अंकेश कुमार तक पुलिस नहीं पहुंच पायी है. हत्या के बाद पुलिस की छापेमारी सीमावर्ती बिहार के कई थाना क्षेत्र में किये जाने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली है. बताया जाता है कि अंकेश कुमार नामक युवक की संलिप्तता एक अन्य हत्याकांड से भी है. डेविल्स गिरोह गोड्डा शहर के बाद अब जिले के लिए भी दहशत का पर्याय बन गया है. डेविल्स गिरोह अब तक तीन हत्याकांड को अंजाम दिया है. तीन साल पहले पेपर वेंडर श्याम रजक की गोड्डा हटिया के पास रात को हत्याकांड का अंजाम दिया था. ठीक डेढ़-दो साल पहले गोड्डा कॉलेज हाट के पास एक युवक की पीटकर हत्या कर दी गयी थी. युवक पुनसिया गांव का था. डेविलस गिरोह के लड़कों ने बुरी तरह मारपीट कर घायल कर दिया था, जिसमें मौत हो गयी थी. वहीं दूसरे को भी मारकर ठिकाने लगाने का उपाय किया गया था, लेकिन जान बच गयी. तीसरी सबसे बड़ी घटना पोड़ैयाहाट के शैलेंद्र भगत को गोली मारकर अंजाम दिया है. इसमें डेविल्स गिरोह का संचालक बिटटू यादव व अंकित मुख्य सूत्रधार है. बावजूद पोड़ैयाहाट थाना की पुलिस ने पूरे मामले को हल्के में लिया. पुलिस के लिए करीब तीन से चार वर्षों से सिरदर्द व आम लोगों के लिए दहशत बना यह गिरोह फिलहाल गोड्डा की शांति व्यवस्था को तार-तार कर रहा है. कम उम्र का ऐसा गिरोह, जो पुलिस की डायरी से बाहर कई छेड़खानी व मारपीट के अलावा नशा के कारोबार में भी संलिप्त बताया जाता है.