दीपिका पांडेय सिंह ने कल्पना सोरेन से की मुलाकात, भगैया का सिल्क किया भेंट

गोड्डा सहित संताल परगना की राजनीति पर हुई चर्चा

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2024 11:05 PM

महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह शुक्रवार को झामुमो विधायक कल्पना सोरेन से मुलाकात कर जीत की बधाई दी. श्रीमती पांडेय विधानसभा चुनाव में कल्पना सोरेन के जीतने के बाद पहली बार मुलाकात के दौरान भगैया का मशहूर सिल्क भेंट किया. भगैया के ख्यातिप्राप्त बुनकर द्वारा विशेष तौर पर तीर-धनुष के बुटिक वाला सिल्क का शॉल ओढ़ाकर उपचुनाव में जीत की बधाई और शुभकामनाएं दी. कहा कि विषम परिस्थितियों में पूरी हिम्मत के साथ हेमंत सोरेन के इंसाफ़ की लड़ाई लड़ना व पार्टी को समेटे रखने के लिए कल्पना सोरेन की भूमिका प्रशंसनीय रही है. इस दौरान श्रीमती पांडेय ने गोड्डा के साथ-साथ संताल परगना की राजनीति पर काफी देर तक बातचीत किया. इस दौरान चुनावी चर्चा के साथ आने वाले समय में विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा को बातों के दौरान शामिल रखा गया.

विधायक ने मुख्यमंत्री से मिलकर साक्षरता कर्मियों की समस्याओं को रखा :

महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से मुलाकात की. रांची सीएम कार्यालय में श्रीमती पांडेय ने मिलकर साक्षरता कर्मियों के बारे में बातों को रखा. साथ ही ऐसे कर्मियों की समस्याओं के निदान पर भी बातों को रखते हुए कहा कि मार्च 2011 में भारत साक्षर मिशन कार्यक्रम के तहत पंचायत व प्रखंड स्तर पर साक्षरता कर्मियों को प्रत्येक माह दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि पर बहाली की गयी थी. साक्षरता कर्मियों द्वारा निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने के साथ-साथ सरकार द्वारा चलाये जाने वाले अन्य महत्वाकांक्षी योजना में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया व शत-प्रतिशत पूरा करने का काम किया गया. 31 मार्च 2018 में इसी योजना का नाम बदलकर नवभारत साक्षरता मिशन कर दिया गया. मगर पूर्व से कार्यरत किसी भी साक्षरता कर्मी को इस योजना से नहीं जोडा गया. इतना ही नहीं, ऐसे कर्मियों के कुछ माह के बकाया प्रोत्साहन राशि का ही भुगतान ही किया गया. बताया कि साक्षरता कर्मियों ने उनसे मिलकर अपनी मांगों की प्रति मुख्यमंत्री से मिलकर सौंपने का भी अनुरोध किया है, ताकि नवभारत साक्षरता मिशन के तहत चल रहे कार्यक्रम में सभी साक्षरता कर्मियों को रखकर बकाया प्रोत्साहन राशि भुगतान की दिशा में अग्रेतर कार्रवाई की जा सके. मुख्यमंत्री से मिलकर साक्षरता कर्मियों की मांगों पर विचार करने को कहा. साथ ही जल्द ही साक्षरता कर्मियों को मुख्यमंत्री से मिलने का भी समय लिया गया.

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