पहाड़पुर मौजा में 24 घंटे के अंदर इसीएल को काम बंद करने की दी चेतावनी
बोआरीजोर प्रखंड के पहाड़पुर गांव के पास ढिसोम वैसी का आयोजन
![an image](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2025/02/file_2025-02-12T00-44-34-1024x460.jpeg)
बोआरीजोर प्रखंड के पहाड़पुर गांव के पास ढिसोम वैसी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मांझी बाबा पटवारी हांसदा ने किया. बैठक में जिलास्तर के मांझी परगना के कई सदस्य भी शामिल हुए. पहाड़पुर गांव के ग्रामीणों ने कहा कि राजमहल परियोजना जबरदस्ती पहाड़पुर मौजा में कोयला खनन के लिए जमीन काटने की कोशिश कर रही है. ग्रामीणों ने परियोजना को अपनी जमीन नहीं दिया है. मांझी परगना के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि एसपीटी एक्ट के तहत ग्राम सभा सर्वोपरि होती है. परियोजना प्रबंधन जबरदस्ती जमीन लूटना चाह रही है.
खनन के लिए जमीन लेना है, तो सहमति में लेना आवश्यक
कोयला खनन के लिए जमीन लेना है, तो ग्रामीणों को सहमति में लेना आवश्यक होता है. जोर जबरदस्ती परियोजना की नहीं चलेगी. पुलिस प्रशासन की मदद से परियोजना जमीन पर कब्जा करना चाहती है. गांव के रैयत जमीन का एग्रीमेंट प्रबंधन के साथ नहीं किया है और किसी तरह का मुआवजा भी नहीं लिया है. जबरन पहाड़पुर गांव के ग्रामीण के जमीन पर कोयला खनन के कार्य शुरू करने की कोशिश की जा रही है, यह बिल्कुल गलत है. ग्रामीणों ने प्रबंधन को निर्देश देते हुए कहा कि 24 घंटे के अंदर पहाड़पुर मौजा के जमीन पर कार्य बंद करें, अन्यथा आदिवासी समुदाय उग्र होंगे.परियोजना प्रबंधन एवं ग्रामीणों के साथ होगी बैठक
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 30 मार्च को पहाड़पुर गांव में प्रशासन परियोजना प्रबंधन एवं ग्रामीणों के साथ बैठक की जायेगी और ग्रामीणों की समस्या बैठक में विस्तार रूप से सभी के समक्ष रखा जाएगा. मौके पर पूर्व मुखिया रमेश सोरेन, रविंद्र चौड़े, प्रमोद सोरेन, श्यामलाल हांसदा, लखीराम मुर्मू, मुंशी मरांडी, रंजीत मुर्मू तथा दर्जनों ग्राम प्रधान उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है