झारखंड के पशुपालन विभाग के एआइ कर्मी के गोड्डा संगठन प्रभारी अभिनंदन चौधरी की अगुआई में दर्जनों एआइ कर्मी कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह के निज आवास खिरौंधी गांव के सामने चार सूत्री मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गये हैं. भूख हड़ताल पर बैठने से पूर्व पूरे राज्यभर से आये सैकड़ों की संख्या में एआइ कर्मी द्वारा कृषि मंत्री के आवास के सामने से हाथ में बैनर लेकर पूरे खिरौंधी गांव का भ्रमण किया. एआइ कर्मी गांव के भ्रमण के दौरान कर्मचारी का न्यूनतम मजदूरी के आधार पर मानदेय निर्धारित करने, 2019 के बकाये राशि का भुगतान करने, पशुपालन विभाग में वर्षों से कार्यरत एआइ कर्मी की नियमावली तैयार कर वरीयता सूची निर्गत करने, पशुपालन विभाग के तृतीय व चतुर्थ वर्ग के रिक्त पदों पर एआइ कर्मचारी की वरीय योग्यता के आधार पर नियमित करने, वर्तमान मानदेय राशि एवं प्रोत्साहन राशि, देय बीमा लाभ को ससमय भुगतान व्यवस्था सरल होने जैसे चार सूत्री मांगों की आवाज को बुलंद करते हुए गांव का भ्रमण कर रहे थे. एआइ कर्मचारी ने बताया कि एआइ कर्मी यानी कृत्रिम गर्भाधान कर्मी की बहाली वर्ष 2012 में हुई और सरकार द्वारा इन्हें प्रति मवेशी को टीकाकरण के लिए तीन रुपये, मवेशी टैगिंग के लिए तीन रुपये, एआइ पर 100 रुपये, प्रति पीडी 200 रुपये दिया जाता है. काफी आंदोलन के बाद वर्ष 2023 में एआइ कर्मी को 1500 रुपये प्रति महीना मानदेय देना प्रारंभ किया. वहीं एआइ कर्मी अपने-अपने क्षेत्र का भ्रमण करते हैं और उन्हें मोटरसाइकिल से भ्रमण के लिए मात्र 50 रुपये दी जाती है. आए एआइ कर्मचारी ने कहा कि अगर सरकार उनकी चार सूत्री मांगों को पूरी नहीं करती है, तो सभी एआइ कर्मचारी कृषि मंत्री के आवास के सामने अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे. मौके पर चंद्रशेखर यादव, महेश कुमार, लोचन पंडित, विनोद शर्मा, मेघनाथ पंडित, जगदीश कुमार, मो मजहर, माथुर महतो, संदीप कुमार, राजेश महतो, सोहन यादव, उमेश दास, हंसराज यादव, निर्मल कुमार, उपेंद्र मंडल, मुकेश मंडल आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है