मॉनसून की बेरूखी से खेती हो रही चौपट, पानी के अभाव में सूख रहा बिचड़ा
गांव-देहात में खेतीहर मजदूरों के समक्ष रोजगार का संकट
गोड्डा जिले में मॉनसून की बेरूखी से खेती कार्य चौपट हो गया है. जिले में नहीं के बराबर खेती कार्य किया गया है. मुश्किल से पूरे जिले में 10-12 फीसदी सिंचित भूभाग में धान की रोपाई की जा सकी हैं. बारिश के अभाव में जिले में खेती कार्य प्राय: ठप पड़ गया है. विभाग के अनुसार पिछले साल अब तक 30-35 फीसदी भूभाग पर फसल की बुआई की जानी चाहिये थी, लेकिन आंकड़ा दयनीय है. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे जिले में सामान्य से 30 फीसदी कम वर्षा हुई है. जिले भर में 331.2 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी है, जो सामान्य से 30 फीसदी कम है. हालांकि संताल में सभी जिलों में बेहतर हाल आंकड़ों के हिसाब से गोड्डा का ही है. सबसे खराब हालत देवघर व दुमका की है. देवघर में सामान्य से 56 फीसदी तथा दुमका में सामान्य से 41 फीसदी कम वर्षा हुई है. बारिश नहीं होने से खेती कार्य पर बुरा असर पड़ा है. बारिश के अभाव में किसान तैयार धान की बुआई तक नहीं कर पाये हैं. जिले के सभी प्रखंडों में कमोबेश यही हाल है. इधर खेती कार्य नहीं होने से गांव देहात में खेतीहर मजदूरों पर रोजी रोजगार का संकट मंडरा गया है. मालूम हो दो तीन महीने खेती के समय गांव देहात में खेतीहर मजदूरों को रोजी रेाजगार के लिए सोचना नहीं पड़ता है. खेत आदि में मजदूरी कार्य कर अपनी जीविका चला लेते हैं. परंतु बारिश नहीं होने से खेतीहर मजदूरों के रोजी रोजगार पर गहरा असर पड़ा है.
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