महागामा के कसबा गांव में नहाने गयी बच्ची की नदी में डूबने से मौत
नदी में कुछ दिनों पहले जेसीबी से गड्ढा किया गया था. गड्ढे में डूब जाने से ही बच्ची की मौत हो गयी.
गोड्डा, महागामा के कसबा गांव में नहाने गयी आठ साल के बच्ची की डूबकर मौत हो गयी है. बच्ची की पहचान पिता मो शमशेर आलम की बेटी निशात के रूप में की गयी. घटना सुबह की बतायी जाती है. बच्ची गांव में ही थोडी दूर पर नदी में नहाने गयी थी. नदी में कुछ दिनों पहले जेसीबी से गड्ढा किया गया था. गड्ढे में डूब जाने से ही बच्ची की मौत हो गयी. हालांकि जब नदी से निकाला गया था, तो बच्ची होश में निकली थी लेकिन हालत ठीक नहीं था. परिजनों द्वारा तेजी से महागामा रेफरल अस्पताल ले जाया गया. वहां जब स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो इलाज के लिये गोड्डा लाया गया. अस्पताल लाने के क्रम में ही बच्ची की मौत हो गयी. बच्ची की मौत होने पर परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था. परिजनों ने बताया कि सभी भाई बहन में यह छोटी थी. बताया कि अपने दोस्त के साथ नदी गयी थी. डूबने के दौरान हंगामा किया तो बच्ची को जैसे-तैसे निकाला गया, लेकिन जान नहीं बच सकी. सदर अस्पताल में बच्ची का पोस्टमार्टम कराये जाने का प्रयास किया गया, लेकिन परिजन नहीं माने. परिजनों द्वारा इससे इंकार किया गया. तब जाकर नगर थाना की पुलिस ने परिजनों से आवेदन लिया. शव को बगैर पोस्टमार्टम के ही महागामा ले जाया गया. नगर थाना के एसआइ द्वारा इस मामले में परिजनों को समझाया भी गया था. महागामा के कसबा गांव में नहाने गयी आठ साल के बच्ची की डूबकर मौत हो गयी है. बच्ची की पहचान पिता मो शमशेर आलम की बेटी निशात के रूप में की गयी. घटना सुबह की बतायी जाती है. बच्ची गांव में ही थोडी दूर पर नदी में नहाने गयी थी. नदी में कुछ दिनों पहले जेसीबी से गड्ढा किया गया था. गड्ढे में डूब जाने से ही बच्ची की मौत हो गयी. हालांकि जब नदी से निकाला गया था, तो बच्ची होश में निकली थी लेकिन हालत ठीक नहीं था. परिजनों द्वारा तेजी से महागामा रेफरल अस्पताल ले जाया गया. वहां जब स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो इलाज के लिये गोड्डा लाया गया. अस्पताल लाने के क्रम में ही बच्ची की मौत हो गयी. बच्ची की मौत होने पर परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था. परिजनों ने बताया कि सभी भाई बहन में यह छोटी थी. बताया कि अपने दोस्त के साथ नदी गयी थी. डूबने के दौरान हंगामा किया तो बच्ची को जैसे-तैसे निकाला गया, लेकिन जान नहीं बच सकी. सदर अस्पताल में बच्ची का पोस्टमार्टम कराये जाने का प्रयास किया गया, लेकिन परिजन नहीं माने. परिजनों द्वारा इससे इंकार किया गया. तब जाकर नगर थाना की पुलिस ने परिजनों से आवेदन लिया. शव को बगैर पोस्टमार्टम के ही महागामा ले जाया गया. नगर थाना के एसआइ द्वारा इस मामले में परिजनों को समझाया भी गया था.