सांसद डॉ निशिकांत दुबे की पहल से अब गोड्डा संसदीय क्षेत्र में बनेगा ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर बैंक, जानें कब से हो सकेगा शुरू
जिस मरीज़ का ऑक्सीजन लेवल 89-90 है, उस पर यह काफी कारगर साबित होगा. अगले सप्ताह से गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में यह ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर्स आना शुरू हो जायेगा. ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर्स का उत्पादन ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड जैसे देशों में होता है. भारत में इसका उत्पादन नहीं है. इसलिए से धीरे-धीरे विदेशों से इसकी आपूर्ति शुरू होगी.
Jharkhand News, Godda News गोड्डा : इस कोरोना के काल में ऑक्सीजन सिलेंडर रेगुलेटर, फ्लोमीटर और टेक्नीशियन जैसी कई समस्याएं सामने आयी हैं, लेकिन गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में अब सांसद डॉ निशिकांत दुबे की पहल पर इन समस्याओं से काफी हद तक राहत मिलने वाली है. गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर बैंक की स्थापना होने जा रही है. पूरे गोड्डा लोकसभा में इस बैंक में 300 ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर्स उपलब्ध होंगे.
जरूरतमंद मरीजों को सांसद द्वारा निशुल्क मुहैया कराया जाएगा,
जिस मरीज़ का ऑक्सीजन लेवल 89-90 है, उस पर यह काफी कारगर साबित होगा. अगले सप्ताह से गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में यह ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर्स आना शुरू हो जायेगा. ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर्स का उत्पादन ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड जैसे देशों में होता है. भारत में इसका उत्पादन नहीं है. इसलिए से धीरे-धीरे विदेशों से इसकी आपूर्ति शुरू होगी.
क्या है ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर
प्राकृतिक हवा में 21% ऑक्सीजन और 78% नाइट्रोजन गैस होती है. अन्य गैस लगभग एक फीसदी होती हैं. कॉन्सनट्रेटर्स का काम खुली हवा से ऑक्सीजन को अलग कर इसे शुद्ध रूप में लाना है. इसके लिए प्रेशर स्विंग अब्जॉर्प्शन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है, जो हवा से ऑक्सीजन को अलग करता है और इसे अपने अधिकतम शुद्ध रूप में लाता है और एक ट्यूब के माध्यम से दबाव के साथ रोगी को आपूर्ति करता है. जहां लिक्विड ऑक्सीजन या पंपिंग के जरिए प्रेशर ऑक्सीजन पहुंचाना मुश्किल होता है, वहां पोर्टेबल कॉन्सनट्रेटर्स बहुत उपयोगी होते हैं. एक पोर्टेबल कॉन्सनट्रेटर्स प्रति मिनट 15 लीटर ऑक्सीजन की आपूर्ति कर सकता है.
किनके लिए जरूरी है
घरेलू और व्यक्तिगत उपचार के लिए ये बहुत उपयोगी साबित होते हैं. फेफड़ों की पुरानी बीमारी या सांस की समस्याओं के लिए घर पर उपयोगी है. छोटे नर्सिंग होम में भी उपयोगी है, जहां स्थायी आधार पर ऑक्सीजन पाइपलाइन की व्यवस्था करना असंभव है. वजन में हल्का और परिवहन में आसान होने के कारण जरूरतमंद मरीज इसे अपने साथ कार में भी रख सकते हैं. कोरोना संक्रमण के मामले में जब मरीज का ऑक्सीजन का स्तर 60 तक चला जाए, तो उसका पोर्टेबल कॉन्सनट्रेटर्स के माध्यम से घर पर इलाज किया जा सकता है.
कोरोना संक्रमण में अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों की रक्षा व वर्तमान के साथ-साथ भविष्य में महामारी से निबटने के लिए दूरदर्शी तैयारी कर रहे हैं. ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर की आपूर्ति अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगी. विदेशियों से इसकी आपूर्ति होगी. ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर बैंक में 300 ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर की उपलब्धता होगी. जरूरत के अनुसार मरीजों को निशुल्क रूप से दिया जाएगा.
– डॉ निशिकांत दुबे ,सांसद, गोड्डा
Posted By : Sameer Oraon