बीआरओ में कार्यरत सोल्डर किस्कू को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
बीआरओ में कार्यरत सोल्डर किस्कू को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
गोड्डा जिले के पथरगामा प्रखंड के लतौना पंचायत अंतर्गत घुटिया गांव निवासी व भारत सरकार के डिफेंस मंत्रालय के अधीन बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन में कार्यरत सोल्जर देवेन किस्कू का शव सड़क मार्ग से घुटिया गांव पहुंचा. मालूम हो कि 57 वर्षीय देवेन किस्कू का निधन 27 मार्च को अरुणाचल प्रदेश के सुदूर इलाके में हो गया था. सोल्जर देवेन किस्कू का शव इंडिगो फ्लाइट द्वारा आसाम से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा. वहीं दिल्ली से रांची एयरपोर्ट आने के बाद सड़क मार्ग द्वारा गांव पहुंचते ही घुटिया में मातमी सन्नाटा पसर गया. देवेन किस्कू के शव को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मृतक की पत्नी फूल कुमारी के साथ पुत्र-पुत्रियों व परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. मृतक सोल्जर के निधन से घर वाले शोकाकुल हैं. इधर मृतक सोल्जर के सम्मान में व पुलिस प्रशासन के पदाधिकारियों की मौजूदगी में घुटिया गांव में पुलिस जवानों ने गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया. इस मौके पर गोड्डा विधायक अमित मंडल भी पहुंचे थे. उन्होंने ने भी शव के पहुंचने पर श्रद्धांजलि दी. साथ ही घटना पर दुख जताते हुए मृतक सैनिक के परिजनों के प्रति संवेदना जतायी. एसडीओ बैजनाथ उरांव, एसडीपीओ जेपीएन चौधरी, पथरगामा बीडीओ अमल जी, सीओ कोकिला कुमारी, पुलिस निरीक्षक विष्णुदेव चौधरी, थाना प्रभारी अभिनव आनंद भी मौजूद थे. विधायक श्री मंडल के साथ वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतक सोल्जर के शव पर पुष्प माला अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी. इसके बाद मृतक सोल्जर के शव को दाह संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया. बताते चलें कि सोल्जर का शव गुरुवार की देर रात एंबुलेंस से घुटिया गांव पंहुचा था. मृतक की पत्नी फूल कुमारी के मुताबिक मंगलवार को वह गांव के नजदीक हाट गयी हुई थी. इस क्रम में पति देवेन किस्कू ने उनके मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन हाट में खरीददारी में व्यस्त रहने के कारण पूरी बात नहीं हो सकी थी. उन्होंने बताया कि बुधवार की सुबह तकरीबन पांच बजे पति के मोबाइल से किसी ने फोन किया, जिसमें बताया गया कि उनके पति देवेन किस्कू की तबीयत खराब हो जाने की वजह से उन्हें मेडिकल सेवा में रखा गया है. वहीं कुछ देर बाद पति के फोन से पुनः जानकारी दी गयी की निधन हो गया है. मृतक सोल्जर अपने पीछे पत्नी फूल कुमारी के साथ-साथ तीन पुत्र विष्णु किस्कू, विक्की किस्कू, कृष राज किस्कू व दो पुत्री पूजा कुमारी किस्कू, आरती कुमारी किस्कू को छोड़ गये. मृतक की पत्नी ने बताया कि 10 अप्रैल को पति घुटिया अपने घर आने वाले थे. इसके लिए उन्होंने टिकट भी ले लिया था.