ओझागुणी के चक्कर में बाल-बाल बची महिला की जान, चार यूनिट चढ़ाया गया ब्लड
निम्न स्तर पर पहुंचा हीमोग्लोबिन, मामला सदर प्रखंड के ककना गांव का
गोड्डा जिले में अब भी लोग ओझा गुनी के चक्कर में अपनी जान गंवा रहे हैं. मंगलवार को भी ओझा गुनी के चक्कर में पड़कर तीन महिलाओं के साथ झाड़ फूंक में लगे झाड़फूंक करने वाले ने उपचार के बहाने देवदांड़ थाना क्षेत्र में छेड़छाड़ किया गया था, जिसमें देवदांड़ थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. अब दूसरा मामला ओझा गुनी का ही है. मामला सदर प्रखंड के ककना गांव का है. ककना गांव की 24 साल की पूनम देवी पति करन राय कुछ दिनों से बीमार चल रही थी. सात-आठ दिन पूर्व गांव में ही महिला की डिलेवरी भी हुई है. महिला की तबीयत खराब होने के बाद झाड़फूंक के चक्कर में फंस गयी. नेपूरा पंचायत के किसी गांव में ही ओझा गुणी के झांसे में आ गयी. इसके बाद महिला की दिनों-दिन तबीयत बिगड़ने लगी. एक तो बीमारी के बाद पहले से ही महिला शरीर में खून का अभाव था. दूसरा डिलेवरी के कारण हीमोग्लोबिन का स्तर और भी नीचे गिर गया. ऐसे में महिला की हालत और भी खराब हो गयी. महिला को सदर अस्पताल में दो दिन पूर्व भर्ती कराया गया है. महिला चलने-फिरने में भी असमर्थ हो गयी थी. किसी तरह अस्पताल लायी गयी थी. महिला की हालत देखकर चिकित्सक डॉ राजेंद्र भगत द्वारा भर्ती कराया गया. महिला का उपचार अभी सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड में किया जा रहा है. पीड़ित महिला को कुल चार यूनिट ब्लड प्रदान किया गया है, ताकि जान बच जाये. महिला की हालत में अभी काफी सुधार है. अन्य भी बीमारियों की जांच पड़ताल की जा रही है, ताकि महिला का समुचित उपचार किया जा सके. मालूम हो कि झाड़फूंक के मामले अब भी मिल रहे हैं. अशिक्षित लोग इसके चंगुल में फंस कर पैसा व स्वास्थ्य दोनों बर्बाद कर रहे है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है