47 वर्ष बाद प्रधानमंत्री का हो रहा है गोड्डा में आगमन
1977 में इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री रहते सिकटिया मैदान में किया था जनसभा को संबोधित
करीब पांच दशक के बाद प्रधानमंत्री का गोड्डा आगमन हो रहा है. वर्ष 1977 में लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी जगदीश नारायण मंडल के चुनावी सभा को संबोधित करने सिकटिया के समीप गुम्मा मैदान इंदिरा गांधी पहुंचीं थीं. इस बार 13 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा चुनाव को लेकर सिकटिया के पॉलीटेक्निक कॉलेज के समीप मैदान में सभा को संबोधित करेंगे. अब तक दो प्रधानमंत्री के बीच गोड्डा आगमन का फासला 47 वर्षों का होगा. बड़े अंतराल के बाद गोड्डा में बड़ा बदलाव भी हुआ है. 1977 वाला गोड्डा व 2024 वाले गोड्डा में काफी अंतर है. लोगों का कहना है कि उस वक्त जब इंदिरा गांधी गोड्डा के सिकटिया में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचीं थीं, तो आसपास के करीब 50 से अधिक गांव के लोगों के अलावा विभिन्न स्थानों से स्टेट बस सेवा से लोग भरभर कर गोड्डा पहुंचे थे. दिन भर भागलपुर-गोड्डा मुख्य मार्ग पर लोगों की कतार लगी हुई थी. भीड़ उत्साहित होकर सिकटिया की ओर जा रही थी. लोगों का कहना है कि इंदिरा गांधी की सभा में जुटी भीड़ का लाभ उम्मीदवार को नही मिल पाया था. इंदिरा गांधी के भाषण के दौरान कुछ तकनीकी इश्यू की वजह से उन्हें अपना भाषण संक्षिप्त में ही पूरा कर जाना पड़ा था. उस वक्त भाजपा की ओर से लोकसभा उम्मीदवार जगदंबी प्रसाद यादव मैदान में थे. सभा के बावजूद फायदा भाजपा प्रत्याशी को मिली थी. हालांकि इस 47 वर्ष के दौरान गोड्डा के विकास में जमीन व आसमान का अंतर है. आसपास पहले विरल आबादी थी, मगर आज क्षेत्र किसी बड़े बाजार से कम नहीं है. कई बड़े संस्थान भी क्षेत्र में है.
13 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा को करेंगे संबोधित :
13 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिकटिया मैदान में विस के चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. सभा में खासतौर पर गोड्डा प्रत्याशी अमित मंडल, पोड़ैयाहाट के देवेंद्रनाथ सिंह एवं महागामा के अशोक कुमार के अलावा आसपास विधानसभा के उम्मीदवारों की जीत के लिए वोट मांगेंगे. कार्यक्रम की सफलता को लेकर गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे के साथ प्रदेश महासचिव बालमुकुंद सहाय पूरी तरह से लगे हैं. सांसद की ओर से दिन-रात मॉनीटरिंग के दौरान हरेक छोटी-बड़ी बातों पर नजर रखी जा रही है. उधर पीएम के कार्यक्रम को लेकर बड़ा पंडाल बनाया जा रहा है. साथ ही करीब पांच से छह लाख लोगाें के मैदान में सुनने व सुरक्षा के साथ सख्त बैरिकेडिंग की जा रही है. प्रशासन भी कार्यक्रम को लेकर अपनी ओर से पूरी चौकसी के साथ काम कर रहे हैं.मेला मैदान में पहले जेपी का कार्यक्रम, इंदिरा का बाद में :
इंदिरा गांधी मुख्य रूप से जय प्रकाश नारायण के कार्यक्रम के बाद गोड्डा पहुंचीं थी. स्थानीय मेला मैदान में असंख्य भीड़ थी. स्थानीय व बुजुर्गों की मानें तो उस वक्त मेला मैदान खचाखच भरा था. वहां जेपी के कार्यक्रम की सफलता के कुछ दिनों बाद इंदिरा गांधी का कार्यक्रम तय हुआ था. बताया जाता है कि इंदिरा गांधी व जेपी दोनों के कार्यक्रम में भीड़ की स्थिति अब तक लोगों के मन स्मृति में बनी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है