दो सूत्री मांगों के समर्थन में जिला रसोईया संयोजिका संघ की ओर से शुक्रवार को अशोक स्तंभ परिसर में धरना प्रदर्शन किया गया. इस बीच रसोईया संयोजिका द्वारा कारगिल चौक तक जुलूस भी निकाला गया. प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने डीसी से मिलकर ज्ञापन सौंपा. जुलूस एवं प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में रसोईया एवं संयोजिकाओं ने भाग लिया. सभी ने अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाये. मानदेय का भुगतान नहीं होने से रसोईया काफी आक्रोशित थीं. जिला अध्यक्ष बबीता कुमारी आनंद ने बताया कि निदेशक झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने झारखंड के सभी जिले में विद्यालय प्रबंधन समिति के गठन करने का निर्देश दिया है. पत्र में विद्यालय प्रबंधन समिति के पुनर्गठन के समय पूर्व से कार्यरत प्रशिक्षित संयोजिकाओं को हटाने का कोई निर्देश नहीं है. लेकिन पुनर्गठन के समय अवैध एवं गलत प्रक्रिया के तहत कई संयोजिकाओं को हटाया गया है. बताया कि मांगों के समर्थन में डीएसइ द्वारा हटायी गयी संयोजिका को पुनः पूरा कार्य पर रखने का आश्वासन भी दिया गया. बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्षों से कार्यरत संयोजिका बहनों को हटाया गया है. जिस विद्यालय में संयोजिका का बच्चा पढ़ता है, उसे भी गलत प्रक्रिया के तहत हटा दिया गया है, जिससे आक्रोशित होकर जिलेभर की रसोईया एवं संयोजिका द्वारा रैली, प्रदर्शन एवं धरना सत्याग्रह करने का निर्णय लिया गया. जिला सचिव सोनी देवी ने बताया कि रसोईया के मानदेय में सितंबर 2024 में ही झारखंड सरकार द्वारा 1000 प्रतिमाह वृद्धि की गयी है, लेकिन रसोईया का बढ़े मानदेय के साथ अभी तक भुगतान नहीं किया गया है. इससे जिलेभर की रसोईया काफी आक्रोशित हैं. कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष अजीत प्रजापति द्वारा रसोईया एवं संयोजिका को संबोधित किया गया. संघ के प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष बबीता कुमारी आनंद, प्रदेश अध्यक्ष अजीत प्रजापति, सचिव सोनी देवी , कोषाध्यक्ष भवानी देवी, शहनाज बेगम, द्रौपदी देवी द्वारा उपायुक्त गोड्डा एवं जिला शिक्षा अधीक्षक गोड्डा को मांग पत्र का ज्ञापन समर्पित किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है